मानव पाचक तंत्र क्या हैं? – वैसे आपने पाचन तंत्र के बारे में बहुत कुछ जानते हैं लेकिन इस पोस्ट के माध्यम से आपको पाचन तंत्र के बरे में अन्य जानकारी जानने को मिलेगा। मनुष्य का पाचन तंत्र आहार नली और सहायक ग्रंथियों से मिलकर बना होता हैं। मनुष्य के पाचन में मुख्य पांच ग्रंथियाॅं होती हैं जो भोजन पचाने का कार्य करता है। मानव के शरीर में पोषण मानव पाचन तंत्र के माध्यम से होता हैं। मनुष्य की आहार नली मुंह से लेकर गुदा तक करीब 9 मीटर लंबी होती हैं। विभिन्न ग्रंथियाॅं आहार नली में खुलती हैं। आहार नली में पाचक रसों का स्त्राव में डालती हैं। भोजन सभी संजीवों की मूलभूत आवश्यकता होती हैं।
पाचन तंत्र के द्वारा छोटे छोटे भोजन घटको को तोड़ने के लिए अनेक सहायक अंग कार्य करते हैं जैसे जीभ, लार, यकृत, अग्नयाशय, पित्ताश्य आदि कार्य करते हैं। पाचन प्रक्रिया में भोजन के जटिल पोषक पदार्थो व बड़े अणुओं को विभिन्न रासायनिक क्रियाओं तथा एजाइमों की सहायता से सरल छोटे व घुलनशील पदार्थो को परिवर्तित करता है। पाचन प्रक्रिया तीन तरीके से होती हैं।
1- मस्तिष्क चरण
2- गैस्ट्रिक चरण
3- आंतो का चरण
मानव पाचन तंत्र किसे कहते हैं? (What is the Human Digestive System Called in Hindi) :
मानव पाचन तंत्र – पाचन वह प्रक्रिया हैं जिसमें भोजन को यांत्रिकीय और रासायनिक रूप से छोटे छोटे घटकों में विभाजित कर दिया जाता हैं। जो आंत्र में आसानी से अवशेषित हो जाता हैं। उसे पाचन तंत्र कहते हैं। मानव पाचन तंत्र क्रिया दो प्रकार की होती हैं।
1- बाह्य कोशिकीय पाचन
2- अन्तः कोशिकीय पाचन
मनुष्य का पाचन तंत्र कितने घटकों से मिलकर बना हैं? (How many Components does the human digestive system consist of in Hindi) :
मनुष्य का पाचन तंत्र दो घटकों से मिलकर बना हैं –
1- आहारनाल
2- पाचक ग्रंथियाॅं
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आहारनाल क्या है? (What is Aahar Naal in Hindi?) :
आहार नाल हमारे शरीर का वह भाग हैं जो आहार नाल के अग्र भाग में मुख से प्रारंभ होकर पश्च भाग में स्थित गुदा द्वारा बाहर की खुलती हैं। मुख मुखगुहा में खुलता हैं। मुखगुहा में दांत और जिह्वा होती हैं। प्रत्येक दांत जबडे में एक सांचे में स्थित होते हैं। इस प्रकार की स्थिति को गर्तदंती कहते हैं। मुखगुहा एक छोटी ग्रसनी में खुलती हैं यह ग्रसनी वायु और भोजन दोनों का रास्ता हैं। ग्रसिका एक पतली लंबी नली होती हैं। जो गर्दन वक्ष और मध्यपट से होते हुए पश्च भाग के थैलीनुमा आमाश्य में खुलती हैं। ग्रसिका का नियंत्रण अवरोधिनी के द्वारा होता हैं।
आमाशय मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है।
1- कार्डियक भाग
2- पाइलेरिक भाग
3- फनडिंक भाग
पाचक ग्रंथियाॅं क्या है? (What is Pachak Granthiyan in Hindi?) :
पाचन ग्रंथियों में लार ग्रंथि, यकृत और अग्नाश्य को शमिल किया जाता हैं। लार का निर्माण तीन जोडी ग्रंथियों से होता हैं। इस ग्रंथियाॅं इस प्रकार हैं 1 – गाल में कर्णपूर्व, 2- निचले जिबडे में अधोजंभ, और 3- जिह्वा के नीचे स्थित अधोजिह्वा। इसन सभी ग्रंथियों से लार मुखगुहा तक पहुंचता हैं।
यकृत – यकृत मनुष्य शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि हैं इस ग्रंथि का वयस्क में भार लगभग 1.2 से 1.5 किलोग्राम होता हैं। यह उदर में मध्यपट के ठीक नीचे स्थित होता हैं। यकृत में दो पालियाॅं होती हैं 1- रचनात्मक इकाईयाॅं और 2- कार्यात्मक इकाईयाॅं। जिनके अंदर यकृत कोशिका रज्जु की तरह व्यवस्थित होती हैं। यकृत की प्रत्येक पालिका संयोजी ऊतक एक पतली परत से ढ़की होती हैं। जिसे ग्लिसंस केपसूल कहते हैं। यकृत की कोशिकाओं से पित्त रस स्त्राव होता हैं।
अग्नशय – अग्नशय एक ग्रहणी के बीच एक लंबी ग्रंथि होती हैं। यह ग्रंथि बाह्य स्त्रावी और अन्तः स्त्रावी दोनों रूप से कार्य करती हैं। इसमें एंजाइम होते हैं। और इस अन्तः स्त्रावी भाग से इंसुलिन और ग्लुकेगोन नामक हार्मोन निकलते हैं।
भोजन का पाचन क्रिया (Digestion of Food in Hindi) :
भोजन का पाचन क्रिया दो प्रकार की विधियों से सम्पन्न होते हैं
1- यांत्रिक विधि और 2- रासायनिक विधि
मानव पाचन तंत्र कैसे काम करता हैं? (How does the Human Digestive System work in Hindi?) :
मानव पाचन तंत्र मनुष्य के शरीर में पाॅवर घर के रूप में कार्य करता हैं। जब शरीर में भोजन का पाचन होता हैं तो हमारे शरीर में भोजन ऊर्जा के रूप में कार्य करता हैं। भोजन के द्वारा शरीर को मिली ऊर्जा से हम अपने सारे कार्य करते हैं। हमारे शरीर में पाचन तंत्र दो तरीके से कार्य करता हैं।
1- मैकेनिकल
2- केमिकल
मैकेनिकल क्या हैं? | (What is Mechanical in Hindi?) :
मैकेनिकल मानव पाचन तंत्र हैं जब हम खाना खाते है तो भोजन दांतों के जरिए छोटे छोटे टुकडों में परिवर्तन होकर भोजन पेट में जाता हैं तो भोजन को पेट में पाचन करने की प्रक्रिया को केमिकल कहते हैं जब भोजन दांत से जरिए चब कर हमारे पाचन तंत्र में पहुंचता है तो भोजन को एंजाइम्स के जरिए छोटे छोटे माॅलेक्यूल्स के रूप में परिवर्तित किया जाता हैं। इसी माॅलेक्युल्स से उर्जा प्राप्त होती हैं। मैकेनिकल का प्रमुख कार्य भोजन को चबाना और निगलाने का हैं।
केमिकल क्या हैं? | (What is Chemical in Hindi?) :
केमिकल डायजेशन का प्रमुख कार्य पेट, मुंह और इंटेस्टाइन में एसिड और एंजाइम्स के प्रयोग से भोजन को ब्रेकडाउन करता हैं। केमिकल डायजेशन का कार्य पेट से नही होता हैं लेकिन इसकी शुरूआत मुंह से होती हैं। जब हम भोजन को देखते और स्मेल करते है तो हमारे मुंह में एक स्लाइवा का निर्माण होता है। इस स्लाइवा में एमाइलेज एंजाइम्स होते हैं। जिसे टायलिन कहा जाता है। केमिकल डायजेशन के बिना हमारा शरीर न्यूट्रिएंट्स को एब्जाॅर्ब नही कर पाता हैं।
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