किसी भी देश को विकसित और समृद्ध करने में सबसे बड़ा योगदान उसके नागरिकों का होता है। ऐसे नागरिक जो पढ़े लिखे और शिक्षित हों। भारत को एक युवा देश इसलिए कहा जाता है क्योंकि भारत की आबादी का एक बड़ा हिस्सा युवा वर्ग में आता है। लेकिन ये युवा वर्ग देश की प्रगति में तभी योगदान दे पाएंगे जब ये वर्ग पढ़ लिख कर एक ज़िम्मेदार और ईमानदार नागरिक बन कर अपने देश की और अपने समाज की सेवा करेंगे।
इसी बात का महत्व समझाने के लिए हम आज की पोस्ट में विद्यार्थी जीवन और विद्यार्थी जीवन का महत्व विषयों पर निबन्ध लेकर आये हैं। हमें आशा है हमारे निबन्ध को पढ़ कर आप भी विद्यार्थी जीवन का महत्व जान पाएंगे।
विद्यार्थी जीवन की प्रस्तावना (Vidyarthi Jeevan Essay in Hindi) :
मनुष्य के जीवन का सबसे अहम काल वह होता है जब वह विद्यार्थी होता है। हम अपने जीवन का शुरुआती समय स्कूल जाने और ज्ञान अर्जित करने में ही व्यतीत करते हैं। मनुष्य के जीवन का विद्या अर्जन वाला काल उसके आने वाले संपूर्ण जीवन की रूपरेखा तैयार करता है। विद्यार्जन काल में की गई मेहनत एक इंसान को पूरे जीवन पर्यंत मददगार साबित होती है। भारत में प्राचीन काल से ही गुरुकुल व्यवस्था के माध्यम से बालकों को शिक्षा देने की परंपरा रही है।
अपने गुरु की मदद से हासिल किए हुए ज्ञान को मनुष्य अपने जीवन में इस्तेमाल करके अपने और अपने परिवार का पालन पोषण करने में सक्षम बनता है। वैसे तकनीकी रूप से देखा जाए तो एक मनुष्य अपने जन्म से लेकर मृत्यु पर्यंत तक एक विद्यार्थी ही बना रहता है। जब हम छोटे और अबोध बालक होते हैं तब हम अपने आसपास के लोगों द्वारा की गई चीज़ों की नकल करने की कोशिश करते हैं और ऐसे ही हमारे सीखने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। बचपन से लगाकर वयस्क होने तक यह अर्जित किया हुआ ज्ञान हमें हमारे परिवार, समाज और देश का एक ज़िम्मेदार नागरिक बनाता है।
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विद्यार्थी जीवन का उद्देश्य (Purpose of Vidyarthi Jeevan in Hindi) :
स्कूल में प्रवेश लेने के बाद साथ ही हमारे सीखने और समझने की प्रक्रिया में तेज़ी आती है। कक्षा दर कक्षा हम अपने ज्ञान को बढ़ाने की कोशिश में लगे रहते हैं। विद्यार्थी जीवन के प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैं :
- एक विद्यार्थी को चाहिए कि वह संयमी और अनुशासित बना रहे। स्कूल में गुरुजनों द्वारा सिखाया गया ज्ञान, घर में परिवार वालों के द्वारा बताई गई चीज़े, बड़ों के द्वारा दी गई सीख को याद रखते हुए अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए।
- एक विद्यार्थी मितभाषी और परिश्रमी होता है। ऐसा नहीं है कि हमें हर चीज़् आना जरूरी है लेकिन ऐसी कोई वस्तु नहीं है जिसे हम सीख नहीं सकते हैंम हमारे गुरुजन इसी बात के लिए तो हमारी मदद करते हैं। हम उनकी मदद से कठिन से कठिन विषयों को भी सीख और समझ सकते हैं।
- विद्यार्थी जीवन में समय की पाबंदी सीखना बहुत ज़रूरी है। अगर एक विद्यार्थी समय का पाबंद नहीं है तो वह जीवन में सफल तो हो जाएगा लेकिन उस सफलता को कायम रखने में विफल हो जाएगा।
- एक विद्यार्थी हर परिस्थिति में खुद को ढ़ालने वाला और परिश्रमी होना चाहिए। कठिन से कठिन विषयों को सीखने और समझने की शक्ति को जागृत करना और उनमें रुचि बनाए रखना एक विद्यार्थी की विशेषता होती है। एक विद्यालय में हज़ारों विद्यार्थी पढ़ते हैं लेकिन वे विद्यार्थी जो हमेशा अव्वल आते हैं वह बस गिने-चुने होते हैं। ऐसा क्यों होता है ऐसा होता है उनके परिश्रमिक स्वभाव, एकाग्र दिमाग और प्रथम आने की ललक।
- एक विद्यार्थी को चाहिए कि वह हमेशा अच्छे लोगों की संगत में रहे। स्कूल में ऐसे शिक्षकों से संबंध बनाकर रखें जिनसे उसे अपार ज्ञान की प्राप्ति हो सके। अपने खाली समय में कुछ ना कुछ नया सीखने की चाहत ही एक व्यक्ति को सफल जीवन जीने में मदद करती है।
- एक विद्यार्थी इतना विवेकशील होना चाहिए कि उसमें किसी चीज को करने से पहले उसके परिणाम का विश्लेषण करने की क्षमता होनी चाहिए।
- एक विद्यार्थी सही और गलत के बीच फर्क समझने वाला, सही और गलत की पहचान करने वाला और बुरी संगति से दूर रहने वाला होना चाहिए।
- एक विद्यार्थी को हमेशा सच का साथ देने वाला व्यक्ति होना चाहिए। अपना मतलब निकालने वालों और स्वार्थी लोगों से हमेशा दूरी बनाकर रखनी चाहिए। ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहना चाहिए जो अवैध, अनैतिक और असंवैधानिक कामों में लिप्त हो। एक विद्यार्थी को जीवन जीने की कला ज़रूर सीखनी चाहिए। टाइम मैनेजमेंट, स्किल डेवलपमेंट जैसी विधियों में उसे माहिर होना चाहिए।
विद्यार्थी जीवन का महत्व (Important of Vidyarthi Jeevan in Hindi) :
विद्यार्थी जीवन अस्थिरता और चंचलता से भरा होता है। ऐसे में किसी भी तरह की परेशानी के होने पर एक विद्यार्थी हमेशा अपने गुरुजनों की सहायता और उनका मार्गदर्शन लेने के लिए तत्पर होना चाहिए। एक विद्यार्थी को एकाग्रचित्त होकर अपना मन पढ़ाई में लगाना चाहिए जिससे वह सफल होकर अपना, अपने परिवार का, अपने समाज का सर गर्व से ऊंचा कर सके। देश के विद्यार्थी आगे जाकर देश का भविष्य निर्धारित करते हैं।
इसीलिए इतनी महत्वपूर्ण विद्यार्थियों की पीढ़ी को सही मार्गदर्शन और दिशा निर्देश देने के लिए सरकार को उचित व्यवस्थाएं करनी चाहिए। विद्यार्थी जीवन में भटकाव आम बात है लेकिन यदि एक विद्यार्थी अपने बड़ों और गुरुजनों की मदद से पढ़ाई करने का अपना लक्ष्य हासिल कर लेता है तो वह जीवन में सफल व्यक्ति अवश्य बन सकेगा
विद्यार्थी जीवन निबंध का निष्कर्ष :
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि एक मनुष्य के जीवन काल में विद्यार्थी जीवन बहुत ही महत्वपूर्ण समय होता है। विद्यार्थी ही भविष्य में देश की बागडोर संभालते हैं इसीलिए एक विद्यार्थी को सजग, सचेत, अनुशासित, संयमित, सहनशील और धैर्यवान होना चाहिए।
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