विद्यार्थी और अनुशासन – मनुष्य के जीवन का सबसे जरूरी और महत्वपूर्ण भाग उसका विद्यार्थी जीवन होता है। वह समय जब हम विद्या ग्रहण कर रहे होते हैं और यह समय हम पढ़ाई करने नई चीजें सीखने, स्वयं को एक अच्छा विद्यार्थी बनाने में लगा देते हैं। लेकिन प्रति विद्यार्थी एक दूसरे से इतना अलग क्यों होता है? क्यों हमेशा सिर्फ एक ही विद्यार्थी सबसे अव्वल आता है?
कभी-कभी ऐसा होता है कि कक्षा का सबसे शरारती विद्यार्थी हमेशा सबसे ज्यादा नंबर लाता है और कभी कभी ऐसा होता है कि कक्षा का सबसे कम बोलने वाला विद्यार्थी सबसे आगे निकल जाता है तो इसके पीछे सिर्फ एक ही कारण है अनुशासन।
विद्यार्थियों को अनुशासन का मतलब समझाने और इसकी आवश्यकता और जरूरत बताने के लिए आज की पोस्ट में हम विद्यार्थी और अनुशासन विषय पर एक बहुत ही सुंदर और सरल निबंध लेकर आए हैं हमें आशा है कि विद्यार्थी और अनुशासन प्रस्तावना पर निबंध पढ़ने के बाद आप भी अपने जीवन में अनुशासन का महत्व समझ पाएंगे और विद्यार्थी अपने जीवन में अनुशासन का पालन करके अपने लक्ष्य को हासिल कर सकेंगे।
विद्यार्थी और अनुशासन पर निबंध की प्रस्तावना (Student and Discipline Essay in Hindi) :
विद्यार्थी जीवन का सबसे पहला नियम यह होता है कि एक विद्यार्थी को अपने जीवन में बहुत ही अनुशासित होना चाहिए। विद्यार्थी के द्वारा किए गए प्रत्येक काम में अनुशासन होना चाहिए। जिससे कि वह अपने समय का सदुपयोग कर सके और पढ़ाई करके अपने भविष्य में एक समझदार इमानदार और कर्तव्यनिष्ठ नागरिक बन सके। विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व क्या होता है? विद्यार्थी जीवन में अनुशासन इतना क्यों जरूरी है? इन सब विषय की चर्चा हम निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर करेंगे।
अनुशासन क्या है? (What is Discipline in Hindi?) :
वह विधा जो हमें सतत और लगातार काम करते रहने की प्रेरणा देती है, वह कला जो हमें विफल होने पर भी निराश ना होने और कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा देती है, वह कुंजी जो एक असफल व्यक्ति को भी सफल व्यक्ति बनाने का मार्ग सिखाती है, वह रास्ता जो एक इंसान को अपने जीवन में आलस त्याग कर चुस्त-दुरुस्त और ऊर्जावान बनाता है, अनुशासन कहलाता है।
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विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का क्या महत्व है? (What is the Importance of Discipline in Student Life in Hindi?) :
अनुशासन का विद्यार्थी जीवन में विशेष महत्व होता है क्योंकि विद्यार्थी के जीवन में अगर अनुशासन नहीं होगा तो वह किसी की चीज में सफल नहीं हो पाएगा। सुबह जल्दी उठकर स्कूल जाने से लेकर गृह कार्य समय पर करने तक, पाठ याद करने से लेकर परीक्षा देने तक हर काम में विद्यार्थी को अनुशासन का परिचय देना पड़ता है।
विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन की कमी की वजह से इसका असर कक्षा में तो पड़ता ही है, साथ-साथ विद्यालय में सिखाई जाने वाली दूसरी कलाओं में भी पारंगत नहीं हो पाता है। विद्यालय में विषयों की पढ़ाई के अलावा चित्रकला, खेलकूद, कंप्यूटर आदि किसी भी विषय में वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाएगा।
जिसकी वजह से उसने कुंठा आत्मग्लानि आत्मविश्वास की कमी हो जाती है ऐसे में विद्यार्थी स्वयं को दूसरों से हीन समझने लगता है। इन सारी परेशानियों का सिर्फ एक ही हाल है अनुशासन अपने जीवन में अनुशासन लाने के लिए विद्यार्थी छोटी – छोटी चीजों को करके अपने दैनिक दिनचर्या को सुधार सकता है। इस प्रकार उसके परिणामों में सकारात्मकता तो आएगी ही साथ ही साथ विद्यार्थी का खोया हुआ आत्मविश्वास, फिर से जागने लग जाएगा इसलिए विद्यार्थी जीवन में आत्मविश्वास की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है।
जीवन में अनुशासन कैसे लाएं? (How to Bring Discipline in Life in Hindi?) :
अनुशासन कोई ऐसी चीज नहीं है जो आप अपने जीवन में लागू नहीं कर सकते, अनुशासन को जीवन में लाना इतना कठिन बना दिया गया है कि विद्यार्थी और अनुशासन का नाम सुनते ही हम विद्यार्थी और अनुशासन के महत्व को कम समझने लग जाते हैं जबकि वास्तविकता ऐसी नहीं है, छोटी छोटी चीजों को करने से जीवन में अनुशासन की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है।
निम्न उपाय अपनाकर आप भी अपने जीवन में अनुशासन ला सकते हैं-
- अगर आप सुबह देर से उठते हैं तो आपको प्रयास करना चाहिए कि आप रात को समय पर सोएं और यह संकल्प लेकर उठे कि मुझे सुबह जल्दी उठना है और उसके लिए आप अपनी घड़ी में समय सेट कर ले।
- अगर आप अपना ग्रह कार्य समय पर पूरा नहीं कर पाते हैं तो आप पूरे जगह कार्य को एक साथ पूरा करने की वजह एक विषय को एक बार में समाप्त करें, इसे करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और आपको प्रसन्नता भी मिलेगी, इसी से आपको दूसरे विषयों का ग्रह कार्य पूरा करने में भी उत्सुकता का अनुभव होगा।
- अगर आपको काम पर देर से पहुंचने की आदत है तो आप सुबह-सुबह ऐसे कामों का त्याग कीजिए, जैसे आपको काम पर जाने में लेट हो जाता है, एक-दो दिन करने पर आप आएंगे कि आप पहले से अधिक ऊर्जावान और अपना काम समय पर करने लगे हैं।
- आप अपने दिन का जितना समय अपना मोबाइल चेक करने में या बातें करने में व्यक्त करते हैं इसमें आप 15 से 20 मिनट की कटौती कर सकते हैं, इतना करने से आप वह समय दूसरे काम में लगा सकते हैं।
- आप ऐसे लोगों की जीवनी या पढ़ना शुरू कर सकते हैं जिन्होंने अपने जीवन में बहुत बड़ी बड़ी सफलता हासिल की है या आप ऐसे लोगों के वक्तव्य सुन सकते हैं जो दूसरों को जीवन जीने का मार्ग सिखाते हैं और विद्यार्थी और अनुशासन के महत्व को समझाते है। यह करने से आप अपने हाथ में नई ऊर्जा का संचार होता हुआ मैसेज करेंगे इससे आपका अलग से अपने आप ही कम हो जाएगा।
विद्यार्थी और अनुशासन निबंध का उपसंहार (Student and Discipline Essay in Hindi) :
इस प्रकार हम कह सकते है की विद्यार्थी और अनुशासन का वर्तमान समय में बहुत अधिक महत्व है। बिना अनुशासन के विद्यार्थी जीवन ऐसा है जैसे बिना पानी की नदी,
नदी तो है लेकिन पानी नहीं होने से उसका महत्व और उसकी उपयोगिता धीरे-धीरे खत्म हो जाएगी और लोग उसे भुला देंगे, ऐसा ही कुछ विद्यार्थी जीवन में होता है अगर आप अनुशासन का पालन नहीं करते हैं तो आप एक विद्यार्थी के तौर पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। जिसकी वजह से आपका आदर लोगों में समाप्त हो जाएगा और विद्यालय में कोई आपको महत्व नहीं देगा।
इसलिए एक विद्यार्थी को अपने जीवन में अनुशासन का पालन अवश्य ही करना चाहिए। विद्यार्थी और अनुशासन एक ही समान है। इस प्रकार साबित होता है कि विद्यार्थी और अनुशासन एक दूसरे एक पूरक है।
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