RSS Full Form in Hindi | आज हम इस पोस्ट में जानेंगे आरएसएस क्या है? आरएसएस का इतिहास क्या है? आरएसएस की स्थापना कब हुई? आरएसएस का एजेंडा क्या है? आरएसएस कैसे ज्वाइन करें? और आरएसएस का भारतीय जनता पार्टी से क्या संबंध है?
हम सब ने आरएसएस का नाम तो कभी ना कभी सुना ही होगा। सफेद कमीज़ पहने, खाकी निकर पहने, हाथ में लंबा सा डंडा लिए कदमताल करते हुए आरएसएस के जवानों को आपने कई बार सड़कों पर रैली करते हुए देखा होगा। इस पोस्ट में हम आरएसएस से से जुड़ी सभी जानकारी आपको देने की कोशिश करेंगे। हमें आशा है यह पोस्ट आपके लिए ज्ञानवर्धक साबित होगी।
आरएसएस क्या है? | What is the RSS in Hindi?
आरएसएस भारत भारत में पिछले सौ सालों से सक्रिय एक स्वयंसेवी दल है जिसने भारत की आजादी में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भारत में सक्रिय आरएसएस, भारत का ही नहीं बल्कि इस दुनिया का सबसे बड़ा स्वयंसेवी दल है।
RSS Full Form in Hindi | आरएसएस का फुल फॉर्म क्या है?
आरएसएस का फुल फॉर्म राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या आरएसएस भारत में सक्रिय सबसे पुराना और सबसे बड़ा स्वयंसेवक संघ है जो आज भी भारत में सक्रिय रूप से संचालित हो रहा है और जिसके हज़ारों नहीं लाखों की तादाद में सदस्य हैं।
RSS Full Form in Hindi | आरएसएस की स्थापना किसने की? | Who founded the RSS in Hindi?
आरएसएस या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना डॉक्टर केशव बलिराम हेडगेवार ने सत्ताईस सितंबर उन्नीस सौ पच्चीस को महाराष्ट्र के नागपुर शहर में की थी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को बनाने के पीछे उनका उद्देश्य भारत के हिंदू समाज को मजबूत करने और भारत से ब्रिटिश साम्राज्य को खत्म करने के उद्देश्य से की थी।
RSS Full Form in Hindi | आरएसएस का इतिहास क्या है? | What is the history of RSS in Hindi?
तो आइए अब हम जानते हैं आरएसएस का इतिहास क्या है। अंग्रेजी शासन के दौरान केशव बलिराम हेडगेवार अविभाजित बंगाल में अपनी मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे। उस दौरान केशव हेडगेवार उस समय की भारत की एक प्रसिद्ध क्रांतिकारी संस्था “अनुशीलन समिति” के सदस्य बन गए थे। केशव बलिराम हेडगेवार के सदस्य बनने के बाद उन्होंने इस अनुशीलन समिति के दूसरे भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों के साथ जो सक्रिय रूप अंग्रेजो के खिलाफ आंदोलन में भाग ले रहे थे उनके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले तरीकों को देखा और सीखा।
केशव बलिराम हेडगेवार भारतीय स्वतंत्रता सेनानी वीर दामोदर सावरकर से अत्यधिक प्रभावित थे। उनके लिखे हुए लेख और किताबों को पढ़कर यह कहा जा सकता है कि वे उनसे बहुत हद तक प्रभावित हुए थे और शायद आरएसएस को स्थापित करने की नियत और इसका विचार भी वीर दामोदर सावरकर के क्रांतिकारी विचारों को पढ़कर आया।
केशव बलीराम हेडगेवार ने बंगाल में रहते हुए ही कई सारे स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा लिया और अपनी हिंदुत्व संबंधी विचारधाराओं को और मजबूत किया। अपनी डॉक्टरेट की पढ़ाई पूरी करने के बाद जब वे एक फिजिशियन के तौर पर महाराष्ट्र राज्य के नागपुर शहर वापस आए तो उनके अंदर भारत को एक हिंदू राष्ट्र के रूप में देखने की जिज्ञासा और ललक चरम सीमा पर पहुंच गई थी।
कहीं ना कहीं उन्हें लगने लगा था कि भारत को अंग्रेज मुक्त बनाने के लिए जो गतिविधियां उस समय चल रही थी उन में कुछ कमी थी। अपने इसी विचारों को एक सही आकार देने के लिए उन्होंने आखिरकार सत्ताईस सितंबर उन्नीस सौ पच्चीस को भारतीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना नागपुर में की।
भारतीय स्वयंसेवक संघ को स्थापित करने के पीछे उनका प्रमुख उद्देश्य ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकना और भारतीयों के दिल में हिंदुत्व की विचारधारा को और मज़बूत करना था।
RSS Full Form in Hindi | आरएसएस का एजेंडा क्या है? | What is the agenda of RSS in Hindi?
आरएसएस यानी भारतीय स्वयंसेवक संघ के एजेंडे की बात करें तो जब आरएसएस की स्थापना की गई थी तब इसके ज्यादातर सदस्य समाज के उच्च वर्गीय ब्राह्मण थे जिन में हिंदुत्व की भावना को बढ़ाने और इसे समाज के दूसरे वर्गों तक फैलाने की प्रबल इच्छा थी कूट कूट कर भरी हुई थी। अपनी स्थापना से लेकर अब तक आरएसएस खुद को भारत की स्वतंत्रता और हिंदुओं की राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक हितों की सुरक्षा और इन्हें मजबूत करने के लिए समर्पित है।
RSS Full Form in Hindi | आरएसएस कैसे ज्वाइन करें? | How to Join RSS in Hindi?
आरएसएस या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने में शामिल होने वाले किसी भी व्यक्ति से किसी भी तरह का कोई भी शुल्क नहीं लेता है। आरएसएस की सदस्यता हासिल करने के लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। यह बिल्कुल निशुल्क है। आप अपने एरिया के नजदीकी आरएसएस की शाखा में जाकर एक फॉर्म भर सकते हैं। और बस इतना करने से ही आप आरएसएस के सदस्य बन जाएंगे। आप आरएसएस की वेबसाइट https://www.rss.org/ पर लोग इन कर के भी मेम्बरशिप फॉर्म फिल कर सकते हैं।
RSS Full Form in Hindi | आरएसएस के वर्तमान में कितने सदस्य हैं? How many members are there in RSS at Present in Hindi?
यह बात गौर करने की है कि आरएसएस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केवल भारतीय उपमहाद्वीप में ही सक्रिय स्वयंसेवी दल है। आर एस एस के द्वारा अपने बयानों में अक्सर कहा गया है कि यह अपनी सदस्यता और सदस्यों की संख्या को लेकर कोई भी रिकॉर्ड नहीं रखता है लेकिन उन्नीस सौ पच्चीस में अपनी स्थापना से लेकर आज तक आर एस एस की लोकप्रियता भारत में बिल्कुल भी कम नहीं हुई है बल्कि समय बीतने के साथ आर एस एस और भी ज्यादा लोकप्रिय हुआ है। एक अनुमान के अनुसार भारत में आरएसएस के स्वयंसेवकों की संख्या लगभग पांच से छह मिलियन या दूसरे शब्दों में कहें तो पचास से साठ लाख तक मानी जाती है।
RSS Full Form in Hindi | आरएसएस का अध्यक्ष कौन है? | Who is the President of RSS in Hindi?
केशव बलिराम हेडगेवार की मृत्यु के बाद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का नेतृत्व माधव सदाशिव गोलवलकर ने संभाला था और बाद में इसका नेतृत्व मधुकर दत्तात्रेय देवरस ने किया। वर्तमान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अध्यक्ष श्रीमान मोहन भागवत है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख को सर संघसंचालक के नाम से भी जाना जाता है।
RSS Full Form in Hindi | आरएसएस का झंडा | RSS flag
आरएसएस ने शुरू से ही भगवा ध्वज या केसरिया पताका को अपना ध्वज और प्रतीक चिन्ह बनाया है क्योकिं आरएसएस के संस्थापकों का मानना था कि भगवा या केसरिया रंग हमारे हिन्दू धर्म और राष्ट्र का हज़ारों सालों से प्रतीक रहा है। यह ध्वज हमारे गौरवशाली अतीत का प्रचारक, शौर्य का प्रतीक और धार्मिक संस्कृति का मूल है।
दोस्तों, जैसा की अब आप आरएसएस का फुल फॉर्म (RAC Full Form in Hindi) के बारे में पता चल गया है, आइये अब हम जानते है।
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