राजस्थान के संभाग – राजस्थान रियासतों का राज्य रहा है। राजस्थान को एक राज्य घोषित करने के बाद यहां इसे ज़िलों में बांटने के लिए इसका एकीकरण सात चरणों में पूरा हुआ। इसी एकीकरण की प्रक्रिया के तहत राजस्थान का प्रशासन सही तरीके से चलाने के लिए संभागों का निर्माण किया गया। इस पोस्ट में हम राजस्थान के संभागों के बारें में जानकारी हासिल करेंगे।
राजस्थान के संभाग व्यवस्था की शुरुआत सबसे पहले तीस मार्च उन्नीस सौ उनपचास को पंडित हीरालाल शास्त्री जी के द्वारा की गई थी। शुरुआती चरण में राजस्थान में केवल पांच संभाग बनाए गए थे जिनमें कोटा, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर और उदयपुर को शामिल किया गया था। एक नवंबर उन्नीस सौ छप्पन को राजस्थान का एकीकरण के पूरे होने पर अजमेर को नए और छब्बीसवें ज़िले के रूप में मान्यता दी गई थी। और इसी दिन जयपुर को संभागों की सूची से हटाकर अजमेर को नया संभाग बनाया गया था।
राजस्थान में कितने संभाग है? (How many Sambhag in Rajasthan in Hindi?) :
राजस्थान में कुल सात संभाग है। एक नंबर नवंबर उन्नीस सौ छप्पन को राजस्थान में केवल पांच ही सम्भाग थे। इसके बाद अप्रैल 1962 को राजस्थान में संभागीय व्यवस्था मोहनलाल सुखाड़िया सरकार के द्वारा हटा दी गई थी। लेकिन इन संभागों के बनाए गए आयुक्तों को उनके काम पर बनाए रखने के लिए संभाग व्यवस्था की फिर से ज़रूरत महसूस हुई और इसके लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री हरिदेव जोशी के द्वारा जनवरी उन्नीस सौ सत्तासी को सम्भागीय व्यवस्था को फिर से बहाल कर दिया गया।
नई संभागीय व्यवस्था के शुरू होते ही जयपुर को अजमेर से अलग करके छठा संभाग बनाया गया। इसके बाद भरतपुर को चार जून दो हज़ार पांच को वसुंधरा राजे सरकार ने नवीनतम सम्भाग बनाया गया। इस प्रकार वर्तमान में राजस्थान में संभागों की कुल संख्या सात है।
संभाग किसे कहते हैं? (What are the Divisions called in Hindi) :
एक राज्य का प्रशासनिक कार्य सही तरीके से मेंटेन करने के लिए, प्रशासनिक कार्यों के सही कार्यान्वयन के लिए और राज्य सरकार के काम को असिस्ट करने के लिए राज्य के इलाकों को अलग अलग संभागों में बांटा जाता है। संभागों का काम और ज्यादा सरल करने के लिए इन्हें ज़िलों में बांटा जाता है तो एक संभाग में कई ज़िले हो सकते हैं। सरल शब्दों समझें तो एक से अधिक ज़िलों का एक समूह संभाग कहलाता है।
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जोधपुर संभाग के जिले की सूची (Jodhpur Sambhag District List in Hindi) :
जोधपुर संभाग में जोधपुर के अलावा जैसलमेर, पाली, सिरोही, जालोर और बाड़मेर को मिलाकर कुल छह ज़िले हैं।
जोधपुर संभाग की विशेषताएं (Jodhpur Sambhag Feature in Hindi) :
- इस संभाग का क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा ज़िला जैसलमेर है और छोटा सिरोही कहलाता है।
- जनसंख्या के मामले में जोधपुर ही संभाग का सबसे बड़ा ज़िला है और जैसलमेर सबसे छोटा जिला है।
- यह संभाग क्षेत्रफल के आधार पर भी सबसे बड़ा संभाग है।
- इसे न्यूनतम साक्षरता वाला संभाग भी कहा जाता है। इस संभाग में शेष संभागों से सबसे कम बारिश होती है। यह संभाग सबसे ज़्यादा जनसंख्या वृद्धि वाला संभाग कहलाता है।
- इस संभाग का जनसंख्या घनत्व सबसे कम है।
- बीकानेर के बाद यह दूसरा संभाग है जो अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है।
- सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय सीमा भी यही संभाग बनाता है।
जयपुर संभाग के जिले की सूची (Jaipur Sambhag District List in Hindi) :
जयपुर संभाग में कुल पांच ज़िले हैं जिसमें जयपुर को मिलाकर झुंझुनू, अलवर, दौसा और सीकर आते हैं।
जयपुर संभाग की विशेषताएं (Jaipur Sambhag Feature in Hindi) :
- क्षेत्रफल की दृष्टि से और जनसंख्या की दृष्टि से जयपुर संभाग का सबसे बड़ा ज़िला है जबकि दौसा क्षेत्रफल और जनसंख्या दोनों की दृष्टि से सबसे कम वाला ज़िला है।
- जनसंख्या घनत्व भी सभी संभागों से ज़्यादा इसी में पाया जाता है।
- इस संभाग में सबसे ज़्यादा SC और ST जनसंख्या पाई जाती है।
- सबसे ज्यादा जनसंख्या इसी सम्भाग में पाई जाती है।
- इस सम्भाग की साक्षरता दर सभी संभागों से ज़्यादा है।
- औद्योगिक विकास भी बाकी संभागों से ज़्यादा इस संभाग में हुआ है।
- सर्वाधिक सैनिकों, खिलाड़ियों, शहीदों वाला भी यही संभाग है।
बीकानेर संभाग के जिले की सूची (Bikaner Sambhag District List in Hindi) :
बीकानेर संभाग में राजस्थान के चार ज़िलों को सम्मिलित किया गया जिनमें बीकानेर समेत चुरू, हनुमानगढ़ और गंगानगर ज़िलों को शामिल किया गया।
बीकानेर संभाग की विशेषताएँ (Bikaner Sambhag Feature in Hindi) :
- बीकानेर संभाग अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है (पाकिस्तान से लगती सीमा)।
- बीकानेर संभाग अंतरराष्ट्रीय सीमा के सबसे नज़दीक वाला संभाग मुख्यालय है।
- क्षेत्रफल की दृष्टि से इस संभाग का सबसे बड़ा ज़िला बीकानेर और छोटा हनुमानगढ़ है।
- बीकानेर ज़िला जनसंख्या की दृष्टि से भी सबसे बड़ा है और हनुमानगढ़ छोटा है
- बीकानेर संभाग को राजस्थान का सबसे कम नदियों वाला संभाग भी कहा जाता है।
- बीकानेर संभाग में अनुसूचित जातियों का भी प्रतिशत बाकी संभागों से सबसे ज़्यादा है।
- सबसे छोटी अंतराष्ट्रीय सीमा बनाने वाला सम्भाग भी यही है।
कोटा संभाग के जिले की सूची (Kota Sambhag District List in Hindi) :
कोटा संभाग में चार जिलों को सम्मिलित किया गया है। इसमें कोटा के अलावा बूंदी, झालावाड़ और बांरा ज़िले आते हैं।
कोटा संभाग की विशेषताएं (kota Sambhag Feature in Hindi) :
- जनसंख्या की दृष्टि से संभाग का सबसे बड़ा जिला कोटा है और छोटा ज़िला बूंदी है।
- इस संभाग।को सबसे अधिक नदियों वाला संभाग भी कहा जाता है।
- राजस्थान में सबसे ज़्यादा आद्रता वाला संभाग भी यही है।
- राजस्थान में सबसे ज़्यादा बारिश भी इसी संभाग में होती है।
- पूरे राजस्थान में सबसे कम जनसंख्या भी इसी संभाग में पाई जाती है।
भरतपुर संभाग के जिले की सूची (Bharatpur Sambhag District List in Hindi) :
प्रशासन आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत दो हज़ार पांच में भरतपुर को नए सम्भाग के रूप में मान्यता मिली। इस संभाग में चार ज़िलों को शामिल किया गया जिसमें दो ज़िले धौलपुर और भरतपुर को जयपुर से और कोटा संभाग से सवाई माधोपुर और करौली लिए गए।
भरतपुर संभाग की विशेषताएं (Bharatpur Sambhag Feature in Hindi) :
- इस प्रकार भरतपुर राजस्थान का सबसे नवीनतम संभाग कहलाया।
- क्षेत्रफल की दृष्टि से करौली सबसे ज़्यादा और धौलपुर सबसे कम क्षेत्रफल वाला ज़िला है।
- भरतपुर की जनसंख्या इस संभाग में सबसे ज़्यादा है और धौलपुर सबसे कम जनसंख्या वाला ज़िला है।
- सबसे कम लिंगानुपात इसी संभाग में पाया जाता है।
- यह संभाग क्षेत्रफल की दृष्टि से बाकी सभी संभागों से छोटा है।
- यह संभाग भारत के तीन अन्य राज्यों मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से सीमा बनाता है।
अजमेर संभाग के जिले की सूची (Ajmer Sambhag District List in Hindi) :
अजमेर संभाग में भी चार ज़िलों को शामिल किया गया है। इसमें अजमेर के अलावा नागौर, टोंक और भीलवाड़ा ज़िले आते हैं।
अजमेर संभाग की विशेषताएं (Ajmer Sambhag Feature in Hindi) :
- इस संभाग का क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा ज़िला नागौर है और सबसे छोटा ज़िला टोंक है।
- जनसंख्या की दृष्टि से इस संभाग का सबसे बड़ा ज़िला नागौर है और सबसे छोटा ज़िला भी टोंक ही है।
- यह संभाग सबसे छोटी अंतर्राज्यीय सीमा बनाने वाला संभाग है।
- यह संभाग पूरे राजस्थान के बीच में है इसलिए बाकी सारे संभागों के साथ इसकी सीमा लगती है।
- इस संभाग को दो स्थानों पर स्थित संभाग भी कहा जाता है।
- इस संभाग में राज्य की सबसे ज्यादा मुस्लिम जनसंख्या रहती है।
उदयपुर संभाग के जिले की सूची (Jodhpur Sambhag District List in Hindi) :
उदयपुर संभाग में उदयपुर ज़िले के अलावा पांच और ज़िले आते हैं जिनमें चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और डूंगरपुर है। इस प्रकार उदयपुर संभाग में कुल छह जिले हैं।
उदयपुर संभाग की विशेषताएं (Udaipur Sambhag Feature in Hindi) :
- यह संभाग राजस्थान में सबसे ज्यादा अरावली के विस्तार वाला संभाग है।
- सबसे ज़्यादा वन संपदा भी इसी संभाग में पाई जाती है।
- उदयपुर यहां का सबसे ज़्यादा क्षेत्रफल वाला ज़िला है जबकि डूंगरपुर का क्षेत्रफल सबसे कम है।
- उदयपुर की जनसंख्या सबसे ज़्यादा है जबकि प्रतापगढ़ की जनसंख्या सबसे कम है।
- सबसे ज़्यादा अंतरराज्यीय सीमा बनाने वाला संभाग भी यही है।
- दो बार अंतरराज्यीय सीमा बनाने वाला संभाग उदयपुर संभाग को कहा जाता है।
- नदियों के सर्वाधिक उद्गम स्थल वाला संभाग भी यही है। राजस्थान के बाकी संभागों की तुलना में अनुसूचित जनजातियों का सर्वाधिक प्रतिशत इसी संभाग में है।
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