ऑनलाइन शिक्षा का महत्व पर निबंध – 2 वर्ष पूर्व पूरे विश्व को अपनी चपेट में लेने वाली कोविड-19 महामारी से दुनिया धीरे-धीरे उबरने का प्रयास कर रही है। लेकिन जैसे ही कोई राहत की खबर आती है, कोरना का कोई ना कोई नया वेरिएंट अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। लेकिन इस सब के बावजूद मानव ने अपना सामान्य जीवन जीना शुरु कर दिया है।
लॉक डाउन का वह समय तो कोई भूल ही नहीं सकता है। पूरे विश्व को जैसे एक विराम लग गया था। ऐसे में सबसे ज्यादा बुरा असर देखने को मिला व्यापार और शिक्षा इन दोनों ही चीजों को इस महामारी की वजह से अपना सबसे बुरा समय देखना पड़ा है। लेकिन मनुष्य ने इसका भी हल निकाला।
पूरी दुनिया के स्कूलों के बंद होने के बावजूद भी विद्यार्थियों की पढ़ाई पर कोई बुरा असर ना पड़े, इसके लिए हमने एक नया तरीका निकाला ऑनलाइन शिक्षा। ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से हर घर तक पहुंची इस शिक्षा ने विद्यार्थियों और उनके माता-पिता को पढ़ाई के एक नए तरीके से रूबरू करवाया।
हम ऑनलाइन शिक्षा का महत्व पर निबंध लेकर आए हैं। हमें आशा है कि ऑनलाइन शिक्षा का महत्व पर निबंध पढ़ने के बाद आप भी ऑनलाइन शिक्षा का महत्व पर निबंध लिख पाएंगे अतः इस पोस्ट को अंत जरूर पढ़ें।
ऑनलाइन शिक्षा का महत्व पर निबंध की प्रस्तावना (Online Shiksha ka Mahatva in Hindi) :
कोरोना काल में सभी की आर्थिक स्थिति कमजोर कर दी थी। आय के स्रोत के बंद हो जाने की वजह से कई लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। ऐसे में वह गरीब परिवार के लोग जो मजदूरी करके अपने बच्चों को स्कूल भेजते थे। उनके सामने इस बात का संकट खड़ा हो गया कि आप अपने बच्चों को स्कूल कैसे भेजे? देश भर में लॉक डाउन की वजह से सब कुछ ठप हो गया।
ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार का प्रयोग करते हुए भारतीय स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा का प्रचार – प्रसार करना शुरू किया।
ऑनलाइन शिक्षा क्या है? (What is Online Education in Hindi?) :
विदेशों में ऑनलाइन शिक्षा का कंसेप्ट भले ही कई दशक पुराना हो। लेकिन भारत में ऑनलाइन शिक्षा कोरोना काल के दौरान ही देखने को मिली। ऑनलाइन शिक्षा विधा में छात्र घर बैठे ही लैपटॉप, कंप्यूटर या मोबाइल की मदद से शिक्षा ग्रहण करते हैं। साथ ही शिक्षक भी इन्हीं माध्यमों की मदद से विद्यार्थियों को पढ़ाने का काम पूरा करते हैं।
ऑनलाइन शिक्षा में सबसे जरूरी कारक है इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध होना। शहरी क्षेत्र में तो ऑनलाइन शिक्षा आसानी से सारे विद्यार्थियों को उपलब्ध हो गई। लेकिन सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा ग्रामीण इलाकों के बच्चों को शिक्षा प्रदान करने में।
ये भी पढ़े –
ऑनलाइन शिक्षा क्यों आवश्यक है? (Why is online Education Necessary in Hindi?) :
विश्वव्यापी लॉक डाउन और कोरोना महामारी के प्रकोप की वजह से विद्यार्थियों के शिक्षा में किसी प्रकार की हानि और नुकसान ना हो। इस वजह से ऑनलाइन शिक्षा को शुरू किया गया था। यह एक ऐसी पहल थी, जिसे शुरुआती समय में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
लेकिन बाद में शिक्षक और छात्र दोनों को ही इसकी आदत हो गई। घर बैठे शिक्षा मिलने की वजह से छोटे बच्चों में कोरोना महामारी के लक्षण पैदा होने से रोकने के लिए ऑनलाइन शिक्षा ने एक कारगर हथियार की तरह काम किया। बच्चों को संक्रमण से दूर रखने के लिए लॉकडाउन खुलने के कई समय के बाद तक भी ऑनलाइन शिक्षा को कंटिन्यू रखा गया।
11 वर्ष से ऊपर के बच्चों के लिए वैक्सीन की उपलब्धता ने ऑनलाइन शिक्षा पर अब धीरे-धीरे कम होना शुरू कर दिया है। लेकिन कोरोना महामारी के समय अध्यापकों द्वारा किए गए प्रयासों को नकारा नहीं जा सकता है।
ऑनलाइन पढ़ाई कैसे होती है? (How is online Education done in Hindi?) :
ऑनलाइन पढ़ाई के लिए छात्र के पास कंप्यूटर लैपटॉप या मोबाइल का होना सबसे पहली आवश्यकता है। उच्च तबके के घरों से बिलॉन्ग करने वाले छात्रों के पास लैपटॉप और कंप्यूटर होना आम बात है। लेकिन मध्यम वर्गीय और निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चों को मोबाइल से ही संतुष्ट होना पड़ा। ऑनलाइन पढ़ाई के बढ़ते हुए महत्व को समझते हुए कई सारी एप्लीकेशन डेवलपमेंट कंपनियों ने ऑनलाइन शिक्षा के लिए अपने-अपने एप्लीकेशंस बनाकर अध्यापकों का काम आसान करने में मदद की।
इन एप्लीकेशंस की मदद से अध्यापकों ने टेस्ट लेने, उपस्थिति लेने, ऑनलाइन क्लास में 1 छात्र की कुल उपस्थिति का समय जानने, कक्षा में अनुपस्थित बच्चों का ब्यौरा रखने जैसे कई काम आसानी से किए। ऑनलाइन पढ़ने के लिए आपके पास इंटरनेट सुविधा का होना सबसे बड़ी और प्रमुख आवश्यकता है।
बिना इंटरनेट की सुविधा के आप ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण कर ही नहीं सकते हैं। बिना इंटरनेट कनेक्टिविटी के आप ऑनलाइन क्लास में नहीं जुड़ नहीं सकते। और ना ही अध्यापक द्वारा पढ़ाई गई कोई चीज आप तक पहुंच सकेगी। इसलिए कोरोना काल के दौरान निम्न और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए अपने बच्चों को इंटरनेट की सुविधा देना, सबसे बड़ी मुश्किल इसलिए बन गया क्योंकि एक तरफ आय के स्त्रोतों के बंद होने की वजह से और ऑनलाइन शिक्षा पर आ रहे खर्चे की वजह से माता पिता अक्सर परेशान ही रहते थे।
ऑनलाइन शिक्षा की विशेषताएं (Features of Online Education in Hindi) :
ऑनलाइन शिक्षा की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि छात्रों को अपने घर से बाहर निकल कर स्कूल के क्लास रूम में बैठने की जरूरत नहीं होती है।
इसमें छात्र अपने फोन की मदद से ही सभी विषयों की पढ़ाई कर पाने में सक्षम होता है। ऑनलाइन शिक्षा की एक विशेषता यह भी है कि इसमें खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी की वजह से अगर आपकी क्लास छूट गई है तो आप उस क्लास में पढ़ाई गई चीजों को फिर से देख और समझ सकते हैं।
नियमित स्कूलों में लगने वाले रोज़ के छह या आठ कालांशों की जगह छात्रों को अब1 दिन सिर्फ में तीन या चार कालांश तक ही पढ़ना पड़ेगा।
ऑनलाइन शिक्षा की वजह से छात्रों को मिलने वाले होमवर्क में भी कमी देखने को मिली, जिससे छात्रों पर पढ़ाई का बोझ कम हो गया।
ऑनलाइन शिक्षा की कमियां (Drawbacks of Online Education in Hindi) :
- एक तरफ जहां छात्रों ने ऑनलाइन पढ़ाई का आनंद लिया। वहीं दूसरी तरफ ऑनलाइन शिक्षा की कुछ कमियां भी नजर आई। जैसे दूरदराज के इलाकों और गांवों में रहने वाले छात्रों के पास इंटरनेट कनेक्टिविटी ना होने की वजह से वे शिक्षा से वंचित रह गए।
- गांव में अधिकांश परिवारों के गरीब होने की वजह से वह अपने बच्चों को या तो स्मार्टफोन उपलब्ध नहीं करवा पाए या इंटरनेट का भारी खर्चा वाहन कर पाने में भी असमर्थ हो गए।
- स्लो इंटरनेट के कनेक्शन की वजह से छात्रों को बार-बार ऑनलाइन क्लास ज्वाइन करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा, जिससे उनकी पढ़ाई में रुकावट आई।
- ऑनलाइन कक्षा में छात्र अध्यापक संवादों में कमी आई और छात्रों के आकलन करने में शिक्षकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
- ऑनलाइन शिक्षा की वजह से शिक्षकों का काम बहुत ज्यादा बढ़ गया और शिक्षकों के मासिक वेतन में अधिकतर जगहों पर कटौती की गई।
- ऑनलाइन शिक्षा की वजह से परीक्षाएं लेना और टेस्ट लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा क्योंकि ऑनलाइन कक्षा में कई सारे विद्यार्थी चीटिंग करने में सफल हो जाते थे।
- ऑनलाइन कक्षाओं की वजह से माता – पिता पर इंटरनेट के खर्च का बोझ बढ़ गया, जिसकी वजह से उनकी आर्थिक स्थिति में गिरावट आई।
ऑनलाइन शिक्षा का महत्व पर निबंध का उपसंहार (Online Shiksha ka Mahatva in Hindi) :
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि ऑनलाइन शिक्षा में कई कमियां होने के बावजूद भी कोरोना महामारी और लॉकडाउन के समय छात्रों की पढ़ाई के होने वाले नुकसान को बचाने में मदद की। ऑनलाइन शिक्षा से बच्चों की पढ़ाई रुकी नहीं और यह नियमित तौर पर चलती रही। जिसकी वजह से माता-पिता की बच्चों की पढ़ाई को लेकर चिंता में कमी आई।
हालांकि काफी लंबे वक्त तक बच्चों के घर में रहने की वजह से उनके समग्र विकास में काफी कमी दर्ज की गई और बच्चों के शिक्षा के स्तर में गिरावट आई। लेकिन फिर भी इस कोरोना महामारी के समय में ऑनलाइन शिक्षा योगदान और ऑनलाइन पढ़ाने वाले शिक्षकों के योगदान को बिल्कुल भी नकारा नहीं जा सकता है।
Leave a Reply