Mera Ghar Essay in Hindi – हममें से सबकी अपने अपने घर से जुड़ी हुई कुछ खास यादें जरूर होंगी, हम में से कई लोग नौकरी की तलाश में या पढ़ाई की वजह से घर से बाहर रहे होंगे। ऐसे में जब कभी कोई ऐसी घटना हमारे साथ हो जाती है। जिसकी वजह से हमें बस अपने घर की याद आ जाती है। तब ही हम अपने घर की अहमियत जान पाते हैं।
Mera Ghar Essay in Hindi (मेरा घर निबन्ध)
आजकल के लोग पाश्चात्य संस्कृति को अपनाने के चक्कर में अपने घर से मिले संस्कारों को भूलते जा रहे हैं। बड़े ही नहीं, बच्चों में भी घर परिवार की अहमियत जगाने के लिए उन्हें इसके बारे में बताना ज़रूरी है। ऐसे में सहायक होती है एक निबन्ध प्रतियोगिता। आज की पोस्ट में हम खास आपके लिए ही Mera Ghar Essay in Hindi (मेरा घर निबन्ध) नामक विषय पर एक सुंदर और सरल निबन्ध लेकर आये हैं। अपने बच्चों को इस निबन्ध की सहायता से प्रतियोगिता की तैयारी ज़रूर करवाएं।
Mera Ghar Essay in Hindi : प्रस्तावना
“ऐसा सुना है हमने, करोड़ो रूपये देकर एक बड़ा सा घर खरीदा था उसने अपने शहर में, लेकिन आज भी अपने बच्चों को ‘आंगन’ दिखाने के लिए अपने गांव लेकर आता है।”
ऐसा ही होता है अपने घर में मिलने वाला सुकून। दुनिया का कोई सुख अपने घर में होने की संतुष्टि से बढ़कर नहीं होता।
लेकिन फिर भी बहुत से लोगों का घर होने के बावजूद उन्हें इसकी अहमियत पता नहीं होती है। मकान तो सबके होते हैं, लेकिन घर सिर्फ उनके होते हैं। जहां परिवार के सदस्यों के बीच में प्रेम और अपनापन हो। चालाकी और चतुराई का नामोनिशान ना हो। परिवार के सभी सदस्य मिलजुल कर रहें, और जहां एक का दुख, सबका दुख और एक ही खुशी सबकी खुशी बन जाए। ऐसा होता है एक आदर्श घर।
Mera Ghar Essay in Hindi : मेरे घर का विवरण
मेरा नाम सुमित/सुप्रिया है। मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार से आता हूं/आती हूं। मेरे परिवार में 5 सदस्य हैं। मेरे घर की इमारत 1 मंजिला है। मेरे घर को हमने पिछले दिवाली पर हल्के गुलाबी गुलाबी और सफेद रंग में रंगआया था। मेरे घर में कुल 3 कमरे हैं। और एक छोटा सा शोरूम में बनाया हुआ है। मेरा घर मेरे दादाजी ने बनवाया था और हम हमारे घर से बहुत प्रेम करते हैं। घर में प्रवेश होने के लिए एक गेट है, फिर एक छोटा सा चौक है।
हमारे घर में लोन बनाने के लिए जगह नहीं है, इसलिए हमने गमलों में ही ढेर सारे पौधे होगा कर रखे हैं। मुझे इन पौधों की हरियाली और फूलों का रंग बहुत पसंद है, सुबह सुबह जब इन फूलों पर तितलियां कर्म अंडर आती है, तो इन्हें देखकर मेरा मन बहुत प्रसन्न हो जाता है। हमारे घर की लिविंग रूम में मेरे दादाजी की एक बड़ी सी तस्वीर टंगी हुई है। एक तरफ कोने में टीवी है और सामने कांच की अलमारी में हमने ढेर सारे टेडी बेयर सजा कर रखे हैं।
हमारे लिविंग रूम में कोई सोफा नहीं है, लेकिन हमें जमीन पर ही एक दीवान बिछा रखा है, एक कमरा हमने पढ़ाई करने के लिए रघुवर इस कमरे को मैंने अपने हिसाब से सजा कर रखा है। अलमारी में करीने से सजाई हुई ढेर सारी किताबें है और एक स्टडी टेबल है स्कूल से वापस आने पर हमें हमारा सारा सामान अपने जगह पर मिल जाता है।
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मेरे पिता एक वेब डिजाइनर है और मेरी मम्मी एक गृहिणी है रसोई घर के पास में ही एक छोटा सा मंदिर है। जिसमें हम सुबह शाम पूजा करते हैं बाहर चौक में बाथरूम बना हुआ है। ऊपर पहली मंजिल पर दो कमरे और बाकी की जगह पर एक बड़ा सा हॉल बनवाया गया है और फिर इसके ऊपर है हमारी छत गर्मियों के मौसम में हम सभी परिवार के सदस्य छत पर ही सोते हैं। रात को सोते सोते तारे गिनना मुझे बहुत अच्छा लगता है। लेकिन आजकल प्रदूषण की वजह से आसमान में तारे दिखना बहुत कम हो गया है।
Mera Ghar Essay in Hindi : मेरे घर की विशेषताएं
मेरे घर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि घर के सभी सदस्य बहुत शांत स्वभाव के हैं। घर का कोई भी सदस्य दूसरे के ऊपर बेवजह ना गुस्सा करता है और ना चिल्लाता है जब भी किसी को मदद की जरूरत पड़ती है। घर का कोई ना कोई सदस्य उसकी मदद करने बैठ जाता है। सुबह का नाश्ता हो, दोपहर का खाना, हो या रात का डिनर हो, सभी सदस्य साथ बैठकर ही खाना खाते हैं।
यह नियम मुझे बहुत अच्छा लगता है। मेरे घर में कोई सदस्य किसी की तोहीन नहीं करता है। मेरे पिताजी मेरी मां की बहुत इज्जत करते हैं और बदले में मां भी उन्हें बहुत इज्जत देती है। मेरे घर में झूठ बोलने पर सब लोगों से डांट पड़ती है। इसलिए घर में कोई झूठ नहीं बोलता है। मेरे घर में बच्चों को ईमानदार और जिम्मेदार इंसान बनने की सीख दी जाती है। इसीलिए मुझे मेरा घर इस दुनिया में सबसे प्यारा है।
Mera Ghar Essay in Hindi : मेरे सपनों का घर
मेरे सपनों का घर बहुत सुंदर होगा, मैं अपने घर में बड़े बड़े कमरे बनवा दूंगी, जिसने बड़ी-बड़ी खिड़कियां होंगी, मैं चाहता हूं मेरे घर के सपनों का किचन आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण हो, मेरे घर में एक लाइब्रेरी जरूर होगी। जिसमें दुनिया के सभी प्रमुख लेखकों की विश्व प्रसिद्ध किताबें होंगी। मेरे घर के बाहर एक तरफ मैं छोटा सा लोन जरूर बनवाऊंगी, जिसमें मैं सभी सब्जियों को घर पर ही प्राकृतिक रूप से उगाऊंगी।
घर में गाड़ी पार्क करने के लिए टीन शेड बना होगा मेरा सपना है कि मेरे सपनों के घर की छत पर में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के जरिए अंडरग्राउंड पानी इकट्ठा करूंगी और अगर मुझे वक्त मिला तो मैं छोटा सा पालतू जानवर भी रखूंगी। क्योंकि मुझे जानवरों से अत्यंत प्रेम है इस प्रकार मेरे सपनों का घर बहुत ज्यादा बड़ा तो नहीं होगा लेकिन सारे सुख सुविधाओं से परिपूर्ण होगा।
Mera Ghar Essay in Hindi : निष्कर्ष
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि घर ही वह जगह है जहां मनुष्य अपने बचपन से लेकर बुढ़ापे तक का जीवन व्यतीत करता है हर सुख और हर दुख के समय परिवार के सदस्य एक दूसरे की सहायता करते हैं जिससे परिवार में मजबूती आती है एक घर में छोटी-छोटी बातों के लिए मनमुटाव को बुलाकर परिवार के सदस्यों को हमेशा एक दूसरे से अच्छा व्यवहार करना चाहिए जिससे परिवार में सुख शांति बनी रहे
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