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जल ही जीवन है (Jal hi Jeevan hai Essay in Hindi)

विज्ञान कहता है कि हमारे मानव शरीर के कुल भार का पिचहत्तर प्रतिशत हिस्सा पानी से बना हुआ है। हमारे ग्रह पृथ्वी का भी सत्तर प्रतिशत से भी ज़्यादा का हिस्सा पानी से ढंका हुआ है। पानी की अहमियत के बारे में हम सभी को बहुत अच्छे से पता है। जल ना सिर्फ मनुष्यों के लिए बल्कि इस धरती पर मौजूद सभी जीव जंतुओं पेड़ पौधों के लिए जीवन रेखा है।

पानी की इसी अहमियत को समझाने के लिए हम आज के पोस्ट में आपके लिए जल ही जीवन है विषय पर एक बहुत ही सुंदर और सरल निबंध लेकर आए हैं। हमें आशा है कि जल ही जीवन है अनुछेद पढ़ने के बाद आपको भी जल ही जीवन है विषय पर निबंध लिखना आ जाएगा।

जल ही जीवन है अनुच्छेद (10 Lines on Jal hi Jeevan hai in Hindi) :

हमारे पृथ्वी की रचना पांच चीजों को मिलाकर हुई है जिसे पंच तत्व कहा जाता है। पानी इन पंचतत्वों में सबसे मत्वपूर्ण है। लोगो के दैनिक जीवन जल के बिना कपितु सम्भव नहीं है। पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवो को जीवन जीने के लिए जल की आवश्यकता होती है। बिना पानी के जीव-जन्तुओ, फसलों और पेड़-पौधो का जीवित रहना सम्भव नहीं है। मनुष्य बिना खाना खाए तो कुछ दिन जीवित रह सकता है। लेकिन बिना पानी के वो कुछ घंटे भी नहीं निकाल सकता है। इसलिए पृथ्वी पर रहने वाले जीवो के लिए जल ही जीवन है।

जल ही जीवन है निबंध की प्रस्तावना (Jal hi Jeevan hai Essay in Hindi) :

जल ही जीवन है, जल है तो कल है। बचाएंगे जल तो आएगा कल। ऐसे ही कुछ नारे हैं जो हम बचपन से सुनते आ रहे हैं। लेकिन इन पंक्तियों का मतलब समझने की कोशिश हम शायद ही करते हैं। पृथ्वी की तरफ से मिल रहे, मुफ्त के पानी को हमने इतना प्रदूषित कर दिया है कि पानी का एक महान संकट हमारे सामने खड़ा हो गया है।

मानव जाति ही नहीं इस धरती पर पाए जाने वाले सभी पेड़-पौधे जीव जंतु पशु पक्षी बिना पानी के विलुप्त होने की कगार पर पहुंच जाएंगे अगर हमने पानी नहीं बचाया तो स्वयं मनुष्य जाति भी एक दिन विलुप्त हो जाएंगे। इस संकट से उबरने के लिए और पानी का उचित संरक्षण करने के लिए हमें अभी से ही बहुत ठोस कदम उठाने होंगे जिससे हमारा भविष्य पानी की कमी की वजह से संकट में ना पड़ जाए।

ये भी पढ़े –

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जल संरक्षण का मतलब (Meaning of Water Conservation in Hindi) :

जल संरक्षण का सामान्य मतलब है पानी को बचाना। जल संरक्षण इसलिए भी जरूरी है क्योंकि पीने योग्य पानी की तेजी से बढ़ती कमी एक विश्व संकट बन गया है। जल संरक्षण का शाब्दिक अर्थ यह होता है कि वर्तमान में पानी का इस तरह से इस्तेमाल किया जाए कि यह हमारे लिए तो पर्याप्त हो, साथ ही साथ भविष्य में आने वाली पीढ़ियों के लिए भी हम पानी बचा कर रखें।

पानी की इतनी कमी हो चुकी है कि विश्व के कुछ इलाकों में खासकर गर्मी के मौसम में पीने का पानी लगभग खत्म हो जाता है। ऐसे इलाकों में पीने का पानी पहुंचाने के लिए उचित प्रावधान किए जाने चाहिए। ऐसे में जल संरक्षण की विधियां अपनाकर हम इसे संकटकालीन स्थिति से बाहर निकाल सकते हैं।

जल प्रदूषण से होने वाली बीमारियां (Diseases Caused by Water Pollution in Hindi) :

जल ही जीवन है इस विषय पर निबंध में जल प्रदूषण से होने वाली बीमारियां बीमारियों का विवरण इस प्रकार है –

प्रदूषित जल के सेवन से हमें कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। जिसके परिणाम बहुत ही बुरे हो सकते हैं प्रदूषित जल से होने वाले कुछ बीमारियों में टाइफाइड सबसे प्रमुख रोग है, टाइफाइड के बाद जॉन्डेस, उल्टी, दस्त, इंसेफलाइटिस जिसे जापानी बुखार भी कहा जाता है हो सकती है। इसके अलावा मलेरिया, जौंडिस, पीलिया और पथरी की बीमारी भी प्रदूषित जल के सेवन से हो सकती है।

जल प्रदूषण कैसे रोके?

जल ही जीवन है इस पंक्ति के बारे में सोचते हुए हम जल प्रदूषण होने से कैसे रोक सकते हैं? जल प्रदूषण को कैसे कम कर सकते हैं? इस पर कुछ बिंदु नीचे प्रस्तुत किए गए हैं-

जल को प्रदूषित होने से रोकने के लिए कचरे का निस्तारण होना बहुत जरूरी है। सरकार कचरे के निस्तारण के लिए कड़ाई से नियमों का पालन करवाएं। ताकि कचरे की गंदगी जल स्रोतों में ना फैले। ऐसे पर्यटन स्थलों पर कड़े नियम बनाए जाए। जहां पर किसी प्रकार का जल स्रोत हो जल स्रोतों के आसपास प्लास्टिक की थैलियों और बोतलों के इस्तेमाल पर पूरी तरीके से रोक लगाई जाए।

कारखानों और मशीनों से निकले हुए रासायनिक कचरे को जल स्त्रोतों में मिलाने पर भारी चालान काटने की व्यवस्था की जाए। हर शहर में पानी के रीसाइक्लिंग के लिए शोधन संयंत्र लगाए जाएं। ताकि वह पानी पीने के अलावा बाकी सारे कामों में इस्तेमाल किया जा सके। चिमनी और से निकलने वाले धुंए के अन्य उपाय तलाशे जाएं जिससे अम्ल वर्षा रोकी जा सके।

जल संरक्षण कैसे करें? (How to Conserve Water in Hindi?) :

हम व्यक्तिगत स्तर पर भी पानी बचाने के लिए कई सारे उपाय कर सकते हैं। जो इस प्रकार हैं हम अपने घरों में होद और टांके बनवाए जिससे बारिश के पानी को संरक्षित कर सके। सरकार द्वारा की जा रही पानी की सप्लाई का सोच समझकर इस्तेमाल करके हम उसे आने वाले समय के लिए बचा कर रख सकते हैं। नहाते समय फव्वारे की जगह बाल्टी का इस्तेमाल करके भी हम जल संरक्षित कर सकते हैं। ब्रश करते समय शेविंग करते समय नल को बंद रखकर, हम पानी बचा सकते हैं।

बर्तन धोने के लिए हम छोटे तब या गुंडों का इस्तेमाल कर सकते हैं। लोगों को पाने की बचत करने के लिए और जागरूकता लाने के लिए हम नुक्कड़, नाटक, पोस्टर प्रतियोगिता, अखबारों में इश्तेहार या टीवी पर ऐड देकर भी यह काम कर सकते हैं। सरकार पानी बचाने के लिए कड़े कानूनों का निर्माण करें, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा पानी बचा सके।

जल संरक्षण के उपाय (Water Conservation Measures in Hindi) :

जल संरक्षण के उपाय इस प्रकार हैं-

  • जल संरक्षण का सबसे बड़ा उपाय यही कहा जा सकता है कि बारिश के मौसम में छतों पर गिर रही बारिश के पानी को हम रेन वाटर हार्वेस्टिंग की तकनीक अपनाकर उसका संरक्षण करें।
  • ऐसे इलाके हैं जहाँ हर साल बाढ़ आती है। उन इलाकों में बाढ़ के पानी को स्टोर करके उसका शुद्धीकरण करके पुनः इस्तेमाल किया जाए। इस प्रकार बारिश के पानी का एक बहुत बड़ा हिस्सा हम बर्बाद होने से बचा पाएंगे।
  • गांव में तालाबों को खोदकर गहरा करने से भी हम ज्यादा पानी संरक्षित कर पाएंगे। एक से ज्यादा तालाबों की खुदाई से अधिक पानी की बचत होगी और गर्मियों के मौसम में पानी की कमी से बचा जा सकता है। जल संरक्षण के पारंपरिक तरीकों जैसे कुँए, टांकों और बावड़ियों की समय-समय पर साफ सफाई और उचित देखरेख से हम उन्हें बारिश के समय जल संरक्षण के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • सरकार द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक घर में बारिश के पानी को स्टोर करने के लिए उस व्यवस्था करवाई जाए।
  • सरकार द्वारा दिए जा रहे हैं पानी को सोच समझकर इस्तेमाल किया जाए और पानी के व्यर्थ इस्तेमाल को रोकने के लिए कड़े कानून बनाए जाएं।
  • पाइप लाइनों के फूटने या उन्हें लीकेज होने पर तुरंत उनकी मरम्मत करवाई जाए जिससे पानी के बहाव की वजह से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।

जल ही जीवन है निबंध का उपसंहार (Jal hi Jeevan hai Essay in Hindi) :

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि सच में ही इस धरती पर मौजूद सभी जीवित प्राणियों के लिए जल ही जीवन है। बिना जल के हम अपने भविष्य के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं। जल के बिना सभी प्राणियों का सर्वनाश हो जाएगा, क्योंकि जल ऐसा संसाधन है। जो मानव अपने प्रयासों से नहीं बना सकता है। इसलिए जल ही जीवन है की इसी महत्व को समझते हुए हमें संकल्प लेना चाहिए कि जिससे हम पानी की कम से कम बर्बादी और अधिकतम उपयोग की तकनीक इजाद कर पाए।

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