Global Warming Essay in Hindi – मनुष्य को हजारों वर्षों पहले यह पृथ्वी रहने के लिए मिली थी। शिकारियों के रूप में हमारा आविर्भाव हुआ और हमने पृथ्वी की गोद से ही अपना और अपने लोगों का पालन पोषण करना शुरू किया। लेकिन जैसे-जैसे हमने प्रगति की, हमने धरती को प्रदूषित करना शुरू कर दिया हमने अपनी पृथ्वी को इस कदर प्रदूषित कर दिया है कि इसके दुष्प्रभाव अभी से ही हमारे सामने आने लगे हैं और अगर जल्दी हमने इन प्रदूषण ओं को नहीं रोका तो धरती दिन हमारे रहने लायक रहेगी ही नहीं।
धरती को दिए हमारे सबसे बड़े नुकसान ओं में से एक है। ग्लोबल वार्मिंग यानी धरती का बढ़ता हुआ तापमान आज की सोच में हम ग्लोबल वार्मिंग विषय पर एक बहुत ही सुंदर निबंध लेकर आए हैं। जिसमें आप ग्लोबल वार्मिंग क्या है? ग्लोबल वार्मिंग के कारण? ग्लोबल वॉर्मिंग कम करने के उपाय? आदि के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
हमें आशा है कि यह निबंध पढ़ने के बाद आप भी इन सभी बिंदुओं पर एक बहुत ही सुंदर निबंध लिख पाने में सफल हो सकेंगे अतः इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।
ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध की प्रस्तावना (Global Warming Essay in Hindi) :
मनुष्य प्रजाति ने पृथ्वी की दी हुई नियामतों को अपनी मनमर्जी से इस्तेमाल किया। हरे-भरे जंगलों को काट कर हमने पशु – पक्षियों को बेघर कर दिया। धरती को सुरक्षित रखने के बजाय अपने ही विकास के लिए हमने इसका दुरुपयोग किया और आज इसी वजह से हमारी मनुष्य जाति एक ऐसे संकट से घिर गई है।
जिसका अगर हमने जल्द ही कोई उपाय नहीं ढूंढा तो इंसानों का पृथ्वी पर रहना नामुमकिन हो जाएगा। एक ऐसी ही ज्वलंत समस्या है, ग्लोबल वार्मिंग हर साल धरती के बढ़ते हुए तापमान से दुनिया के सभी वैज्ञानिक चिंतित हैं।
ग्लोबल वार्मिंग क्या है? (What is Global Warming in Hindi?) :
धरती के तापमान में हर साल हो रही धीमी बढ़ोतरी को ग्लोबल वार्मिंग कहा जा सकता है। ग्लोबल वार्मिंग का पता 80 और 90 के दशक में सबसे पहले लगाया गया था। लेकिन कोई ठोस उपाय ना करने की वजह से आज ये वैश्विक समस्या बन चुकी है।
ग्लोबल वॉर्मिंग किसी एक देश की नहीं, वरन पूरे धरती के लोगों की समस्या है। क्योंकि धरती के बढ़ते तापमान की वजह से जलवायु में कई बड़े परिवर्तन देखने को मिले हैं। ग्लोबल वार्मिंग को अगर समय रहते कम ना किया गया तो धरती पर मनुष्य का रहना अकल्पनीय हो जाएगा।
ग्लोबल वार्मिंग कैसे बढ़ती है? (How does Global Warming Increase in Hindi?) :
ग्लोबल वॉर्मिंग के बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा कारण है। ग्रीन हाउस का दिन-ब-दिन बढ़ता प्रयोग इन ग्रीनहाउस से निकलने वाली कुछ विषैली और हानिकारक गैसेस जैसे मिथेन और कार्बन डाइऑक्साइड सूर्य की किरणों की रोशनी को पृथ्वी पर रोक लेते हैं।
इससे पृथ्वी की सतह दिन पर दिन गर्म होती जा रही है। पिछले कुछ वर्षों के आंकड़े देखे जाएं तो ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ने के कारणों में सबसे बड़ा कारण है। कार्बन डाइऑक्साइड, सल्फर ऑक्साइड का उत्सर्जन सबसे ज्यादा देखने को मिला है। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का अधिक इस्तेमाल सड़कों पर पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों से निकले हुए दुए चिमनीओ के धुएँ, पानी के अत्यधिक बहाव, कचरे के ढेर, प्लास्टिक की बोतल, प्लास्टिक की थैलियों आदि की वजह से ग्लोबल वार्मिंग पिछले कुछ दशकों में अपने चरम स्तर पर पहुंच चुकी है।
इसकी वजह से पर्यावरण से जुड़ी कुछ समस्याएं हाल के दशकों में देखने को मिली है, जिनमें ग्लेशियरों का बहुत तेजी से पिघल ना तूफानों का आना चक्रवातो का आना, सूखे अकाल की स्थिति, हर साल बाढ़ का आना, कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश आदि ग्लोबल वार्मिंग के लक्षण है।
ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के उपाय (Measures to Reduce Global Warming in Hindi) :
ग्लोबल वार्मिंग को रोकने का सबसे बड़ा उपाय तो यही है कि ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पेड़ पौधे लगाए जाएं। सार्वजनिक रूप से मुहिम चलाकर अधिक से अधिक पौधे उगाकर और उनको संरक्षण देकर, हम इस समस्या को बहुत हद तक कम कर सकते हैं।
क्योंकि पेड़ सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों को सोख लेते हैं। ओजोन परत को हो रहे नुकसान को बचाने के लिए हमें पेड़ लगाने चाहिए। पानी का व्यर्थ बहाव रुकना चाहिए।
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ग्लोबल वार्मिंग से कैसे बचा जा सकता है? (How can Global Warming be Avoided in Hindi?) :
ग्लोबल वार्मिंग से बचने के लिए हमें कुछ ठोस उपायों को अपनाना होगा, जिनमें सबसे प्रमुख है जितने ज्यादा हो सके पेड़ लगाना, क्योंकि पेड़ हवा में फैल चुकी अत्यधिक कार्बन डाइऑक्साइड को सोख करऑक्सीजन का निर्माण करेंगे, जिससे बायोफिल्टर हो जाएगी और जिससे ग्लोबल वार्मिंग में काफी हद तक कमी देखी जा सकेगी।
इसके अलावा साबुन और डिटर्जेंट का इस्तेमाल थोड़ा सा कम करना होगा इस्तेमाल ना होने पर पानी को बेवजह गिरने से रोकना, बालू के दोहन को कम करने की कोशिश करना, साइकिल का उपयोग ज्यादा करना, थोड़ी सी दूरी तक जाने के लिए पैदल ही चले जाना, दुनिया भर में बढ़ रहे कचरे के ढेरों को सही तरीके से निस्तारित करना,बल्ब और ट्यूबलाइट की जगह सीएफएल का इस्तेमाल करके भी हम ग्लोबल वार्मिंग में कमी ला सकते हैं।
ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध का उपसंहार (Global Warming Essay in Hindi) :
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि अगर हमें हमारी पृथ्वी को बचाना है और इसे रहने लायक बनाए रखना है तो मनुष्य जाति को ही इसके लिए ठोस कदम उठाने पड़ेंगे। सभी प्राणियों में सर्वश्रेष्ठ कहा जाने वाला मानव अपने ही स्वार्थों की पूर्ति के लिए धरती का दोहन कर रहा है जिसकी वजह से प्राकृतिक संसाधनों की कमी संकटकालीन स्थिति तक पहुंच चुकी है।
ऐसे में यह हमारा दायित्व है कि हम अपनी धरती मां को अपने लिए और अपने आने वाली पीढ़ियों के लिए रहने लायक बनाए रखें। प्राकृतिक संसाधनों का इस तरीके से इस्तेमाल करें कि हमारे लिए और हमारी भावी सीढ़ियों के लिए भी इनके भंडार बचाया जा सके। दुनिया सभी लोगों को अपने अपने स्तर पर प्रयास करने चाहिए जिससे धरती फिर से पहले जैसे प्रदूषण रहित बन सके।
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