मेरे जीवन का लक्ष्य – हम एक ऐसे समाज में रहते हैं, जहां पर हम ढेर सारे अलग-अलग पेशेवर लोगों को देखते हैं, ऐसे में हम सोचते हैं कि इन्होंने ऐसी कौन सी पढ़ाई की होगी? जिसकी वजह से यह अपना पेशा चुन पाए, ऐसे में उन बालकों के मन में भी यही विचार आता है की उन्हें अपनी पढ़ाई समाप्त करने के बाद कौन सा पेशा चुनना चाहिए।
हम जो विद्यालय में होते हैं, तब हमसे हमारे किसी न किसी शिक्षक ने यह सवाल तो अवश्य पूछा होगा कि हम बड़े होकर क्या बनना चाहेंगे? तो ऐसे में कक्षा में मौजूद सभी विद्यार्थी अलग-अलग जवाब देते हैं। लेकिन मुख्य प्रश्न तो यह है कि उन्होंने जो जवाब अपने शिक्षक को दिया है वे उस पर कितना खरा उतर पाते हैं? इसी सवाल का जवाब ढूंढने के लिए आज की इस पोस्ट में हम मेरे जीवन का लक्ष्य विषय पर एक सुंदर और सरल निबंध लेकर आए हैं, हमें आशा है कि इतनी बंद की मदद से आप ही मेरे जीवन का लक्ष्य विषय पर अपनी राय दे पाएंगे।
मेरे जीवन का लक्ष्य की प्रस्तावना (Essay on Mere Jeevan ka Lakshya in Hindi) :
जब हमसे कोई और सवाल पूछता है कि बेटा बड़े होकर तुम क्या बनना चाहोगे? तो इसका सवाल हम कक्षा में जोश-जोश में कुछ भी दे देते हैं इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि हम अपने आसपास दिन सफल लोगों को देखते हैं उनसे ही प्रेरणा हासिल करते हैं। लेकिन हमेशा यह जरूरी नहीं होता है कि उन्होंने जिस तरीके से अपना शिक्षा हासिल किया है या अपना लक्ष्य चुना है।
हम भी वैसा ही लक्षण चुने भारत में हर परिवार की सामाजिक स्थिति एक जैसी नहीं है। कोई उच्च वर्गीय परिवार से है, तो कोई मध्यमवर्गीय परिवार से और कोई गरीब परिवार से ऐसे में वह बच्चे अपने जीवन में क्या लक्ष्य चुनेंगे? यह सोचने का विषय है लेकिन लक्ष्य चाहे छोटा हो या बड़ा उसे हासिल करने के लिए चाहिए। कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय। कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय के साथ हर व्यक्ति अपने जीवन का लक्ष्य प्राप्त करने में सफल हो ही जाता है।
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मेरे जीवन का लक्ष्य क्या है? (What is the Goal of My Life in Hindi?) :
इस दुनिया में हर व्यक्ति का कोई न कोई लक्ष्य होता है, इस दुनिया में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थी जैसे-जैसे बड़ी कक्षा में जाते हैं। उनके लक्ष्य बदलते जाते हैं, अपने पढ़ाई के अंतिम सालों में वे विद्यार्थी अपना मेरे जीवन का लक्ष्य चुनते हैं, और उसी दिशा में उच्च शिक्षा प्राप्त करके उसे हासिल करने के लिए मेहनत करते हैं इसी तरह मेरा भी एक लक्ष्य है। मैं ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ती हूं और बचपन से मैं सोचती थी कि मैं पहले एक इंजीनियर बनना चाहती थी।
फिर मैंने सोचा कि क्यों ना एडवोकेट बना जाए, फिर मैंने सोचा कि मुझे गायक बनना चाहिए फिर मुझे लगा कि मुझे फैशन डिज़ाइनर ही बनना चाहिए। इस तरीके से कई सारे विचारों की आने और जाने के बाद आखिरकार मैंने एक फैशन डिजाइनर बनने का विचार किया। यहां पर एक बात जो सबसे महत्व की है वह यह कि आप जो अपने जीवन का लक्ष्य तय करते हैं।
आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता है। क्योंकि यह तो निश्चित है कि इस दुनिया में सभी जीवित व्यक्ति अपना लक्ष्य हासिल नहीं कर पाते हैं। सिर्फ कुछ थोड़े से लोग होते हैं जो अपनी सोच से हुई बात पर या लक्ष्य पर जीत हासिल कर पाते हैं यह चर्चा का विषय है मेरे जीवन का लक्ष्य हासिल करने के लिए कुछ जरूरी चीजें है।
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मेरे जीवन का लक्ष्य हासिल कैसे करें? (How to achieve my life goal in Hindi?) :
आप कोई लक्ष्य तभी प्राप्त कर सकेंगे जब आप एक लक्ष्य तय करेंगे और लक्ष्य तय करने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों पर विचार करना होगा या उनके बारे में बहुत धन मनन करना होगा आप इसे लिख भी सकते हैं। आपको सबसे पहले उन तीन चीजों को लिखना होगा, जो आपको सबसे प्रिय है या जिसे करने में आपको सबसे ज्यादा उत्साह महसूस होता है। ऐसे तीन चीजें जिन्हें करने से आप कभी भी बोर नहीं होते हैं। क्या ऐसी तीन चीजें जिन्हें आप से कभी भी करने को कहा जाए तो आप बड़े उत्साह से उन्हें करते हैं। उन तीन चीजों को लिखने के बाद आपको आगे की प्रक्रिया के लिए तैयार होना है।
अब आपके पास वह तीन चीजें हैं जिन्हें करने में आपको सबसे ज्यादा रुचि है, अब आप यह तय कीजिए कि उन विधाओं में पढ़ाई करना संभव है या नहीं। अगर हां तो आपको उन सारे कोर्स इसकी जानकारी इकट्ठा करनी होगी। कोर्स की जानकारी हासिल करने के बाद आप उन पर होने वाला खर्चा कैलकुलेट कर सकते हैं। इस तरीके से आपके पास एक बहुत ही अच्छा और सुव्यवस्थित पैमाना होगा कि आपकी आर्थिक स्थिति के अनुसार कौन सा कोर्स आपके लिए सही साबित होगा।
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इसके बाद आप यह तय कीजिए कि अगर आप इन तीनों में से किसी एक की पढ़ाई करते हैं तो भविष्य में आपके करियर के लिए आपके पास क्या उपाय या चॉइस होंगे। इससे होगा यह कि आप अपने चुने हुए तीनों ऑप्शन्स में से उसी चीज़ पर फोकस कर पाएंगे। जो आपको आगे भविष्य में अच्छे कैरियर ऑप्शन देगी।
सबसे आखिर का और सबसे महत्वपूर्ण काम आपको यह करना है कि आपको उन तीनों में से कोई एक चीज अच्छे से सोच समझकर और भली-भांति निर्णय लेने के बाद चुननी है और उसी दिशा में अपनी पढ़ाई शुरू कर देनी है। आपको कड़ी मेहनत और लगन से उससे जुड़ी सभी विधाओं और स्किल्स को समझना और सीखना पड़ेगा जिससे कि आप एक भीड़ का हिस्सा ना होकर अपनी अलग पहचान बना पाएंगे।
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मेरे जीवन का लक्ष्य प्राप्ति के लिए मेरे उपाय (My ways to achieve my life’s goal in HIndi) :
मैंने मेरे जीवन का लक्ष्य फैशन डिज़ाइनर बनना चुना है। मुझे यह भली प्रकार ज्ञात है कि फैशन डिजाइनिंग की फील्ड में नित नए लोग अपनी पहचान बनाने की कोशिश करते हैं। मेरे जीवन का लक्ष्य एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण और प्रतियोगिता वाला क्षेत्र है। जिसमें पहले से स्थापित हो चुके बड़े-बड़े फैशन हाउस उसके साथ प्रतियोगिता करना, हर किसी के बस की बात नहीं है। ऐसे में मैं अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए कुछ जरूरी और महत्वपूर्ण कदम उठाऊंगी, जिससे कि मैं एक सफल फैशन डिज़ाइनर बन पाऊं।
मेरे जीवन का लक्ष्य को हासिल करने के लिए मैं निम्नलिखित कदम उठाऊंगी।
- मैं अपनी चित्रकला की स्किल्स को मैं समझ लूंगी। क्योंकि फैशन डिजाइनिंग का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है, अपने दिमाग में आ रही डिजाइंस को कागज पर उतारना।
- मैं घर बैठी बड़े-बड़े फैशन हाउस उसके द्वारा आयोजित किए जाने वाले सर्जन सोच को बड़े गौर से उन बारीकियों का विश्लेषण करूंगी। इससे मुझे उनके काम के अंदाज का पता चलेगा मैं भारत के सभी प्रमुख फैशन डिजाइनर को फॉलो करूंगी। जिससे उनकी रचनात्मकता की जानकारी मुझे हो सके।
- मैं अभी से ही खुद को रचनात्मक बनाने के लिए अपने आसपास के वातावरण और चीजों से प्रेरणा लेकर नई डिजाइन बनाने की कला में पारंगत होंगी। जिससे जब मैं फैशन डिजाइनिंग के लिए पढ़ाई करूंगी। तब मुझे बेसिक्स सीखने और समझने में ज्यादा दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
- मैं मेरे आसपास के बाजारों में उपलब्ध कपड़ों की पहचान करना सीखने के लिए अपनी मां के साथ बाजार जाऊंगी और कपड़ों के नाम और उनकी पहचान करना सीखूंगी।
- मैं मेरे इलाके में प्रचलित ऐसी कलाओं के बारे में पता लगाऊंगी, जो मेरे क्षेत्र विशेष की पहचान है मैं ऐसे कारीगरों से भी बातचीत करके उस कला की विशेषता और खासियत ओं के बारे में पता लगाऊंगी। जो मुझे मेरे बारे फैशन डिजाइनिंग के करियर में अपनी एक खास पहचान बनाने में मदद करेगा। इस प्रकार कड़ी मेहनत और पूर्ण समर्पण के साथ में अपने मेरे जीवन का लक्ष्य को अवश्य ही हासिल करूंगी।
मेरे जीवन का लक्ष्य निबंध का उपसंहार (Mere Jeevan ka Lakshya Anuched in Hindi) :
इस प्रकार कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ साथ हर व्यक्ति अपने मेरे जीवन का लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल हो सकता है। मेरे जीवन का लक्ष्य की प्राप्ति के मार्ग में बहुत सारी कठिनाई आती हैं। लेकिन फिर भी और कठिनाई से घबराकर हमें अपने लक्ष्य से नहीं हटना चाहिए।
अगर लक्ष्य प्राप्त करने में सोचते हुए समय से भी थोड़ा ज्यादा समय लगता है तो उससे हमारे हौसले कम नहीं होनी चाहिए। उल्टा मेहनत करने की और प्रेरणा लेनी चाहिए और आप देखेंगे कि आपने अपना मेरे जीवन का लक्ष्य हासिल कर लिया है जिसकी आप इतने सालों से चेष्टा कर रहे थे।
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