DTP Full Form in Hindi – यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसका इस्तेमाल फोटो एडिटिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, पेज लेआउट, फॉर्मेटिंग, डॉक्यूमेंट बनाने, टेक्स्ट डॉक्युमेंट बनाने, न्यूज़पेपर, किताबों की छपाई और प्रकाशन वाली कंपनी में किया जाता है। इसकी मदद से आप अपने डेस्कटॉप में कई तरह की पत्र, लेटर, टेंपलेट्स, ब्रोशर, इमेजेज को डिजिटल तरीके से बनाने का काम कर सकते हैं।
DTP Full Form in Hindi | DTP का फुल फाॅर्म क्या हैं?
DTP Full Form in Hindi – डीटीपी का फुल फॉर्म डेस्कटॉप पब्लिशिंग होता है जिसे हिंदी में (DTP Full Form in Hindi) डेस्कटॉप प्रकाशन कहा जाता है। डेस्कटॉप प्रकाशन कहा जाता है। यह एक विशेष प्रकार का पेज लेआउट सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से डाक्यूमेंट्स या कागजों की प्रिंटिंग और फॉर्मेटिंग करने का काम किया जाता है।
शुरुआत में इसका उपयोग कागजों की प्रिंटिंग और इसके प्रकाशन तक ही सीमित था लेकिन नई टेक्नोलॉजी के आने की वजह से इसके सॉफ्टवेयर में अहम बदलाव किए गए और वर्तमान समय में डीटीपी का इस्तेमाल ऑनलाइन सामग्री को बनाने और इसके प्रकाशन यानी प्रिंटिंग के लिए भी किया जाता है।
डेस्कटॉप प्रकाशन सॉफ्टवेयर की सूची | List of Desktop Publishing Software in Hindi
- एडोबी इन-डिज़ाइन
- माइक्रोसॉफ्ट पब्लिशर
- स्क्रिबस
- क्वार्कक्सप्रेस
- एडोबी पेज मेकर
- पेज प्लस
- एडोबी फ्रेम मेकर
- कोरेल वेंचुरा
- लुसिडप्रेस
- पेज स्ट्रीम
- मैडकैप सॉफ्टवेयर
- लिब्रे आफिस ड्रॉ
- एडोबी एक्रोबेट
- कॉलेबोर ऑनलाइन
- टाइमवर्क्स पब्लिशर
- कैलमेस
- कोरेल ड्रॉ
- एडोबी
- आई-स्टूडियो पब्लिशर
- फैटपेंट
- अपाचे ओपनआफिस
- सारा पेज एंड लेआउट डिज़ाइनर
- एडोबी इलस्ट्रेटर आदि।
DTP ऑपरेटर की विशेषताएँ | Features of DTP Operator
- एक अच्छे डीटीपी पैकेज में आपको रंगों की एक बहुत बड़ी वैरायटी मिलेगी जिसे आप अपना प्रेजेंटेशन या अपनी फाइल को सुंदर बनाने के लिए कर सकते हैं। इसमें दिए गए रंगों की मदद से आप अपने डॉक्यूमेंट या अपनी कुशलता से कई सारे रंगों को मिलाकर अपने पसंद की कलर स्किम बना सकते हैं। इसमें रंगों के साथ-साथ कई सारे पैटर्न्स भी शामिल हैं।
- रंगो के अलावा इसमें आपको कई सारे तरह के फोंट स्टाइल्स भी दिए जाते हैं जिसकी मदद से आप अपने प्रेजेंटेशन के फ़ॉन्ट्स को बदलने, उनका आकार घटाने या बढ़ाने और उनका उनका रंग बदलने की सुविधा भी दी जाती है।
- आप जब एक बार अपने प्रेजेंटेशन की स्टाइल चुन लेते हैं तो आप उसे अपने पूरे प्रेजेंटेशन में कहीं भी अप्लाई कर सकते हैं इससे आपका काफी सारा टाइम बचता है।
- एके प्रीमियम डीटीपी पैकेज में आपको अनगिनत फ़ॉन्ट्स की सूची मिलती है। आप अपनी पसंद के हिसाब से अपने प्रेजेंटेशन में किसी भी तरह की फॉन्ट स्टाइल को अप्लाई करके इसे सुंदर और आकर्षक बना सकते हैं।
- अगर आप डीटीपी पर पहली बार काम कर रहे हैं तो आपके काम को आसान बनाने के लिए इसमें डिजाइन विजार्ड नाम का एक टूल दिया जाता है जो आपको अपना प्रेजेंटेशन बनाने के लिए स्टेप बाय स्टेप चीज़े गाइड की तरह काम करता है।
- अगर आप इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल एक पीडीएफ को बनाने या पंपलेट को बनाने या कोई ऐसी चीज बनाने में कर रहे हैं जिसमें एक से ज्यादा पन्ने हैं तो इसमें एक टेक्स्ट कॉलम नाम का ऑप्शन दिया जाता है। इस टूल की मदद से आप अपने पन्नों की नंबरिंग आसानी से कर पाते हैं।
- एक अच्छी डीटीपी सॉफ्टवेयर में आपको ग्राफिक्स और क्लिप आर्ट की बहुत बड़ी वैरायटी देखने को मिलती है। आप इन्हें अपने हिसाब से अपने प्रेजेंटेशन में कहीं पर भी, किसी भी साइज में अप्लाई कर सकते हैं।
DTP के प्रकार | Type of DTP in Hindi
आपको मुख्य रूप से दो तरह के डीटीपी सॉफ्टवेयर के प्लेटफार्म मिलेंगे जिसमें एक इलेक्ट्रॉनिक पेज का प्रारूप होता है और दूसरा वर्चुअल प्रेस पेज का प्रारूप होता है।
इलेक्ट्रॉनिक पेज का इस्तेमाल मैनुअल बनाने, ई – बुक बनाने, वेबसाइट बनाने, ऑनलाइन या इलेक्ट्रॉनिक प्रेजेंटेशन या प्रस्तुतियों को बनाने के लिए किया जाता है वहीं दूसरी तरफ वर्चुअल पेज का इस्तेमाल उस डॉक्यूमेंट, पीडीएफ या पेजेस के लिए होता है जिसमें आप यह देख पाते हैं कि प्रिंट होने के बाद वह डॉक्यूमेंट किस तरह का दिखेगा। इसमें आपको बहुत बड़ी रेंज में टूल्स उपलब्ध होते हैं जिनकी मदद से आप अपने डॉक्यूमेंट को एडिट करके उसका प्रिंट व्यू देख सकते हैं।
DTP का उपयोग क्या है? | What is the use of DTP?
आजकल लगभग हर वह कंपनी जो किसी न किसी तरह के प्रकाशन, प्रिंटिंग या डिजिटल सामग्री के निर्माण से जुड़ी हुई है, डीटीपी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करती है। इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल मुख्य रूप से निम्न चीजों को बनाने के लिए किया जाता है
पीडीएफ, वेबसाइट, ई बुक, डिजिटल डॉक्यूमेंट, ऑनलाइन मैगजीन या पत्रिकाएं, प्रेजेंटेशन, ब्रोशर, अलग-अलग तरह के कार्ड, डॉक्यूमेंट को बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कई तरह के क्लिप आर्ट आदि।
DTP कोर्स क्या होता है? | What is DTP course in Hindi?
डेस्कटॉप पब्लिशिंग से जुड़े हुए अनगिनत कोर्स आपके लिए उपलब्ध हैं जिन्हें आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से पूरा कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के लिए आपका कम से कम 10 वीं पास होना जरूरी है। अगर आप डीटीपी में डिप्लोमा और डिग्री कोर्स करना चाहते हैं तो आप ग्रेजुएशन करने के बाद ही कोर्स कर सकते हैं। सामान्य रूप से देखा जाए तो इसके कोर्स की अवधि महज़ तीन दिन से लगाकर दो साल तक के बीच में होती है।
पब्लिशिंग में उपलब्ध कोर्स के लिए इस प्रकार है-
- डीटीपी सर्टिफिकेशन कोर्स
- डीटीपी ऑपरेटर कोर्स
- कोरल ड्रॉ फॉर बिगनर्स
- डिप्लोमा में डीटीपी
- डेस्कटॉप पब्लिशर डिप्लोमा इन डेस्कटॉप
सर्टिफिकेट कोर्स की फीस मात्र पांच सौ से लेकर दो हज़ार के बीच में होती है और डिप्लोमा कोर्स के लिए आपसे लगभग दस हज़ार रुपये से लगाकर ₹ तक की फीस ली जाती
DTP कोर्स पाठ्यक्रम क्या है? | What is DTP Course Syllabus in Hindi?
डीटीपी में एडमिशन देने के बाद आपको कई तरह की रचनात्मक चीजें सीखने को मिलती है डीटीपी के सिलेबस के मुख्य टॉपिक इस प्रकार हैं:
- इलस्ट्रेटर
- इन – डिज़ाइन
- एडोब क्रिएटिव सुइट
- पिक्सेल आधारित ग्राफिक
- वेक्टर आधारित ग्राफिक
- ग्राफिक्स को इंपोर्ट एक्सपोर्ट करना
- इमेज में टाइपिंग करना
- नई इमेज बनाना
- रंग और इसके शेड्स को समझना
- लोगो बनाना
- वॉलपेपर बनाना
- लेयर की मदद से इमेज बनाना आदि चीज़ें सिखाई जाती है।
DTP कोर्स कैसे करे? | How to do DTP Course in Hindi?
डेस्कटॉप पब्लिशिंग से जुड़े हुए अनगिनत कोर्स आपके लिए उपलब्ध है जिन्हें आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से पूरा कर सकते हैं। इस कोर्स को करने के लिए आपका कम से कम 10 वीं पास होना जरूरी है। अगर आप डीटीपी में डिप्लोमा और डिग्री कोर्स करना चाहते हैं तो आप 12वीं और ग्रेजुएशन करने के बाद ही कोर्स कर सकते हैं। सामान्य रूप से देखा जाए तो इसके कोर्स की अवधि महज़ तीन दिन से लगाकर ओ वर्ष साल तक के बीच में होती है
डेस्कटॉप पब्लिशिंग में उपलब्ध कोर्स इस प्रकार है:
- डीटीपी सर्टिफिकेशन कोर्स डीटीपी ऑपरेटर कोर्स कोरल ड्रॉ फॉर बिगनर्स
- डिप्लोमा में डीटीपी डेस्कटॉप पब्लिशर डिप्लोमा इन डेस्कटॉप पब्लिशिंग आदि कोर्स उपलब्ध है सर्टिफिकेट कोर्स की फीस मात्र पांच सौ रूपये से लेकर दो हज़ार के बीच में होती है। और डिप्लोमा कोर्स के लिए दस हज़ार से लगाकर नीस हज़ार चौलिस।तक की फीस ली जाती है।
डीटीपी ऑपरेटर कैसे बने? | How to Become DTP Operator in Hindi
डीटीपी के सर्टिफिकेट कोर्स करने के लिए आपका न्यूनतम दसवीं और बारहवीं पास होना आवश्यक है लेकिन अगर आप डीटीसी में डिप्लोमा कोर्स करने की इच्छा रखते हैं तो उसके लिए आप 10वीं और 12वीं के ऊपर की किसी भी लेवल की पढ़ाई करने के बाद इन कोर्स उसको कर सकते हैं।
दोस्तों, जैसा की अब आप डीटीपी का फुल फॉर्म (DTP Full Form in Hindi) के बारे में पता चल गया है, आइये अब हम जानते है।
- ACC की फुल फॉर्म क्या है? (ACC Full Form in Hindi)
- JCB की फुल फॉर्म क्या है? (JCB Full Form in Hindi)
Leave a Reply