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मेरी पाठशाला निबन्ध हिंदी में (Meri Pathsala Essay in Hindi)

मेरी पाठशाला निबन्ध – भारत का इतिहास प्राचीन काल से ही बहुत समृद्ध रहा है और इस इतिहास को समृद्ध करने में सबसे बड़ा योगदान दिया है गुरुकुल शिक्षा ने शिक्षा ही मानव जीवन का सार है और शिक्षा की वजह से ही मनुष्य अपना अपने परिवार का समाज का नाम रोशन कर पाता है इसी शिक्षा के महत्व को देखते हुए आज की इस पोस्ट में हमने आपके लिए मेरी पाठशाला विषय पर निबंध प्रस्तुत किया है हमें आशा है कि आपको मेरी पाठशाला निबन्ध पोस्ट ज्ञानवर्धक लगेगी।

मेरी पाठशाला निबन्ध : प्रस्तावना

पाठशाला यानी विद्या अर्जित करने का पवित्र मंदिर। माता सरस्वती के आशीर्वाद से भारत में करोड़ों बच्चे विद्यार्थी जीवन जी कर अपने ज्ञान को बढ़ाने और भारत के भावी ज़िम्मेदार और सफल नागरिक बनने, अपने जीवन में अनुशासन के महत्व का मतलब जानने, किताबी ज्ञान के साथ साथ व्यवहारिक ज्ञान हासिल करने सिर्फ एक ही जगह जाते हैं – पाठशाला।

पाठशाला आकर बच्चे अलग-अलग विषयों से संबंधित ज्ञान को हासिल करके अपने भविष्य की राह को चुनते हैं यहां पर शिक्षक बच्चों को किताबों में दिए गए ज्ञान के अलावा भी बहुत सारी चीजें सिखाते हैं जिनमें अनुशासन इमानदारी बड़ों का सम्मान नैतिक मूल्य और जीवन जीने की कला के बारे में भी सिखाते हैं। इस प्रकार पाठशाला एक विद्यार्थी के जीवन का अहम हिस्सा होता है।

इन्हीं सब विशेषताओं से संपन्न है मेरी पाठशाला। अब मैं आपको मेरी पाठशाला का परिचय करवाना चाहूंगा।

मेरी पाठशाला निबन्ध : पाठशाला परिचय

मेरी पाठशाला का नाम आदर्श विद्या मंदिर है यह मेरे शहर कानपुर के विजयनगर कॉलोनी के सेक्टर सात में स्थित है मेरी पाठशाला की इमारत का रंग सफेद और पूरा है जो दूर से देखने पर ही पहचाना जा सकता है मेरी पाठशाला 13 साल पुरानी है इस पाठशाला की स्थापना 2010 में स्वर्गीय श्री मान मिलिंद कुमार जी सिन्हा के द्वारा मात्र 7 विद्यार्थियों के साथ शुरू की गई थी और आज इस विद्यालय में छात्रों की संख्या दो हजार से ज्यादा है।

वर्तमान समय में मेरे विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती प्रियंका सारस्वत जी है हमारी प्राचार्य बहुत ही मृदुभाषी धैर्यशील और सबकी मदद करने वाली * व्यक्ति हैं। हर रोज सुबह के समय प्रार्थना सभा में उनकी तरफ से दिया गया वक्तव्य मुझे बहुत प्रेरित करता है और उत्साही बना देता है।

मेरी पाठशाला का समय सुबह 8:00 बजे से लगाकर दोपहर के 2:00 बजे तक होता है यहां पर 6:00 कालांश में पढ़ाई होती है मेरी पाठशाला में 35 कक्ष है जिनमें से एक बहुत ही सुंदर डांस रूम है मेरी पाठशाला में एक संगीत कक्ष भी बनाया हुआ है एक बहुत बड़ी लाइब्रेरी है जहां पर दीवारों में चारों तरफ अलग-अलग विषय से जुड़ी हुई किताबें और पत्र-पत्रिका है विद्यार्थियों के पढ़ने के लिए सजाई गई हैं हमारी लाइब्रेरियन का नाम साक्षी मैम है हमारी लाइब्रेरी का वातावरण बहुत ही शांत होता है इसके अलावा मेरी पाठशाला में एक ऑडिटोरियम भी बना हुआ है।

मेरी पाठशाला का मैदान :

इस पाठशाला का खेलने का मैदान बहुत ही बड़ा है और पूरी तरह घास से ढका हुआ है इस मैदान के एक तरफ बास्केटबॉल कोर्ट बना हुआ है और दूसरी तरफ फुटबॉल का कोट है मेरी पाठशाला में विद्यार्थियों को तरह-तरह के खेल सिखाए जाते हैं जिनमें क्रिकेट, बास्केटबॉल, फुटबॉल, बैडमिंटन टेबल टेनिस के साथ-साथ योगा कराटे और स्विमिंग भी सिखाये जाते हैं मेरी पाठशाला की सबसे खास बात है घुड़सवारी। हमारी पाठशाला के अस्तबल में पांच घोड़े हैं। हम खेल के कालांश में घुड़सवारी भी करते हैं। मेरी पाठशाला में अड़तीस शिक्षक और शिक्षिकाएं हैं।

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मेरी पाठशाला के टीचर :

जिनके अलावा मेरी पाठशाला में कई सारे पीटी टीचर्स भी हैं। मेरे विद्यालय में हिंदी, अंग्रेज़ी और संस्कृत भाषाओं के अलावा फ्रेंच भी सिखाई जाती है। यहां के कक्षा कक्ष पर्याप्त मात्रा में बड़े और बड़ी बड़ी हवादार खिड़कियों वाले हैं। हर कक्ष में रोशनी और प्राकृतिक हवा का अच्छा बन्दोबस्त किया हुआ है। हर कक्ष में कक्षाध्यापकों के लिए एक लकड़ी की अलमारी भी बनी हुई है।

हर कक्षा में एक डिजिटल बोर्ड की सुविधा भी है। हमारे शिक्षक हमें डिजिटल बोर्ड पर हर विषय का ज्ञान देते हैं। यहां बहुत सारी प्रतियोगिताओं का आयोजन भी करवाया जाता है।

मेरी पाठशाला में प्रतियोगिता

इनमें राखी बनाओ प्रतियोगिता, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, अमृत्य प्रतियोगिता, एकल नाटक प्रतियोगिता, मेहंदी प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, जीके प्रतियोगिता, ग्रामर प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, सुलेख प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, आशु भाषण प्रतियोगिता के साथ-साथ बहुत सारे सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करवाया जाता है।

सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान हमारे विद्यालय में हमारे क्षेत्र के कई पुलिस अफसर स्कूल में आकर सड़क सुरक्षा और सड़क नियमों के बारे में हमें जानकारी प्रदान करते हैं मेरे विद्यालय में पीने के पानी की सुविधा भी उत्कृष्ट है यहां पर बिजली से संचालित वाटर कूलर लगवाए गए हैं मेरे विद्यालय में अनगिनत पेड़ पौधे लगाए गए हैं।

सारे विद्यार्थियों को मेरे विद्यालय में समानता और भाईचारे का पाठ पढ़ाया जाता है कक्षा कक्षों में पढ़ाई के दौरान या चलते कालांश के दौरान किसी भी तरह की रुकावट देने का प्रावधान नहीं है मेरे विद्यालय में आयोजित किया जाने वाला 15 अगस्त और 26 जनवरी का सांस्कृतिक कार्यक्रम मुझे अति प्रिय है।

मेरी पाठशाला में लेब :

इन कार्यक्रमों में स्कूल का प्रत्येक विद्यार्थी बड़े चाव और उत्साह से भाग लेता है मेरे विद्यालय में पढ़ने वाले 11वीं और 12वीं के छात्र छात्राओं के लिए रसायन विज्ञान लैब भौतिकी लैब बायोलॉजी लैब की सुविधा भी उपलब्ध है।

मेरे विद्यालय के कंप्यूटर लैब में लगभग 20 कंप्यूटर लगाए गए हैं जिन से छात्र कंप्यूटर संबंधित अपने ज्ञान को बढ़ाने और कंप्यूटर के क्षेत्र में पारंगत होने की कोशिश करते हैं मुझे मेरा विद्यालय अति प्रिय है मैं इस विद्यालय में पिछले 5 साल से पढ़ रहा हूं, रही हूं मेरे विद्यालय में परीक्षाओं का आयोजन भी बहुत सुव्यवस्थित और अनुशासन पूर्वक किया जाता है।

मेरे विद्यालय का वार्षिक परिणाम हर साल बहुत ही अच्छा रहता है मेरा विद्यालय हमारे शहर के प्रमुख बड़े विद्यालयों में से एक है। हमारे विद्यालय में काम करने वाले सफाई कर्मी विद्यालय परिसर की साफ-सफाई का बहुत ही अच्छे से ध्यान रखते हैं वह बहुत मन लगाकर और मेहनत से स्कूल की देखभाल करते हैं।

उपसंहार (Meri Pathsala Essay in Hindi) :

इस प्रकार मैं यह निश्चित तौर पर कह सकता हूं, कह सकती हूं कि मेरा विद्यालय एक बहुत ही आदर्श विद्यालय है यहां पर पढ़ना मुझे बहुत अच्छा लगता है जब हमारे विद्यालय का वार्षिक परीक्षा परिणाम आता है तो सभी विद्यार्थी बड़े गर्व से फूले नहीं समाते हैं मैं अपने गुरुजनों का बहुत आदर करता हूं, करती हूं और मैं उनके दिए गए ज्ञान को अपने जीवन में इस्तेमाल करके एक बहुत ही जिम्मेदार और इमानदार नागरिक बनने की पूरी कोशिश करूंगा/करूंगी।

Filed Under: Hindi Grammar Tagged With: Hindi Nibandh

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