त्योहारों का देश कहलाने वाले भारत में हर त्यौहार का अपना अलग महत्व होता है। भारत में मनाए जाने वाले हर छोटे बड़े त्यौहारों को यहां की संस्कृति और परंपराओं का आईना कहा जा सकता है। भारत में सभी संप्रदायों के द्वारा कई त्यौहार मनाए जाते हैं। लेकिन जिस त्यौहार को संभवतः सबसे ज्यादा हर्षोल्लास से मनाया जाता है वह है दिवाली का त्यौहार।
क्या आप भी दिवाली विषय पर एक बहुत ही सुंदर निबंध लिखकर अच्छे अंक प्राप्त करना चाहते हैं तो इस पोस्ट में हम आपके लिए कक्षा 1 से 12 के लिए दिवाली पर निबंध 10 lines, दिवाली पर निबंध 100 शब्द, दिवाली पर निबंध 200 शब्द और दिवाली पर निबंध 500 शब्द जैसे अलग-अलग प्रकार के निबंध लेकर आए हैं। अतः इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढें।
दिवाली पर निबंध 10 lines (Diwali Essay in Hindi 10 lines) :
- दीवाली का त्योहार भारत में सब लोगों को बहुत अच्छा लगता है।
- दीवाली के त्योहार की शुरुआत धन त्रयोदशी से होती है जिसे आम भाषा में धन तेरस भी कहा जाता है।
- इस दिन बाज़ार में लोगों की खूब भीड़ होती है क्योंकि इस दिन घर में एक नई वस्तु खरीद कर लाना बहुत ही शुभ माना जाता है।
- भैया दूज है भाई दूज के बाद दीवाली का त्योहार समाप्त हो जाता है।
- दीवाली पर सब लोग नए कपड़े खरीदते हैं और अपने अपने घरों की सफाई करते हैं।
- दीवाली के भारत में पटाखे फोड़ने का बहुत चलन है।
- लोग दीवाली की रात को अपने अपने घरों को दियों से सजाते हैं।
- दीवाली पर लोग अपने अपने घरों के बाहर सुंदर रंगोलियाँ बनाते हैं।
- दीवाली की रात भारत में सबसे ज़्यादा वायु प्रदूषण होता है क्योंकि इस रात भारत में सभी जगह लोग देर रात तक पटाखे फोड़ते है।
दिवाली पर निबंध 100 शब्द (Diwali Essay in Hindi For Child) :
दीवाली का त्योहार भारत भर में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। दिवाली का त्यौहार भारत में सभी लोगों को बहुत पसंद आता है। सीता माता को अपहरण करके लंका ले जाने वाले रावण को भगवान श्रीराम ने अपने भाई लक्ष्मण और वानर सेना की मदद से रामेश्वरम से लेकर श्रीलंका तक पत्थरों का एक पुल बनवाया जिसे रामसेतु कहा जाता है। इस पुल को पार करके भगवान श्री राम ने अपनी सेना के साथ लंका पहुंचकर रावण को युद्ध में हराया। माता सीता को लेकर भगवान श्री राम जिस दिन अयोध्या पहुंचे थे, उसी दिन को दिवाली के रूप में मनाया जाता है।
इस दिन अयोध्या नगरी में सभी घरों को दीए जलाकर सजाया गया था। इसी वजह से वर्तमान समय में भी भारत में दिवाली के दिन घर को दीयों से सजाए जाने का रिवाज है। दिवाली की रात को सभी लोग बहुत ही खुशी के साथ नए कपड़े पहनते हैं और ढेर सारे पटाखे फोड़ते हैं। दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है और गोवर्धन पूजा के अगले दिन भाई दूज का त्यौहार आता है इस दिन बहनें अपने भाइयों कि अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं।
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दिवाली पर निबंध 200 शब्द (Diwali Essay in Hindi) :
भारत में हिंदू धर्म के लोगों के द्वारा बहुत सारे त्यौहार मनाए जाते हैं लेकिन दिवाली का त्यौहार एक ऐसा त्यौहार है जिसका सभी लोगों को बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है। दिवाली के कई दिनों पहले ही सभी घरों में सफाई शुरू हो जाती है। दिवाली के त्योहार पर बाजारों में सजावटी सामानों की भरमार देखने को मिलती है। व्यापारी लोग दीवाली के दौरान सामानों की कीमतों में भारी छूट भी देते हैं।
धनतेरस के दिन विशेष कर सामान खरीदने का प्रचलन है। धनतेरस के दिन खरीद कर घर में लाई हुई चीज को बहुत ही शुभ माना जाता है। धनतेरस के अगले दिन आने वाले त्यौहार को रूप चौदस या रूप चतुर्दशी या यम चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। इसके अगले दिन आता है मुख्य दिवाली का मुख्य त्यौहार दिवाली, हिंदू कैलेंडर के अनुसार सातवें महीने यानी अश्विन महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस को मनाया जाता है।
इस दिन लोग अपने घरों को तोरण और दिनों से सजाते हैं बच्चे और बड़े पटाखे फोड़ने का लुत्फ उठाते हैं। सभी नए कपड़े पहनते हैं। औरतें अपने घरों में कई तरह की मिठाइयां पकवान बनाती हैं। दिवाली की रात को अमावस के अंधेरे में दीयों से सजे घरों को देखना बहुत ही सुकून भरा और शांति दायक होता है। भगवान श्री राम के माता सीता के साथ अयोध्या लौटने के उपलक्ष में यह त्यौहार मनाए जाने का भारत में विवाद शुरू हुआ इस प्रकार दिवाली का त्यौहार मुझे भी बहुत पसंद है।
दिवाली पर निबंध 500 शब्द (Diwali Essay in Hindi For 500 Words) :
दिवाली पर निबंध की प्रस्तावना (Diwali Essay in Hindi) :
भारत में सभी धर्मों के लोग भाईचारे और समानता की भावना के साथ रहते हैं। भारत का संविधान सभी धर्मों को विधि के समक्ष समान मानते हुए सभी का सम्मान करता है, इसी वजह से भारत में सभी धर्मों के प्रमुख त्योहारों पर भारत सरकार के द्वारा राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाता है। पूरे भारतवर्ष में मनाया जाने वाला ऐसा ही एक प्रमुख त्योहार है। दिवाली का नाम सुनते ही सबसे पहले लोगों के दिमाग में जो चीज आती है वह है दीयों की रोशनी और पटाखे।
दिवाली क्यों मनाई जाती है? (Why is Diwali Celebrated in Hindi?) :
दिवाली मनाने के पीछे की पौराणिक कथा इस प्रकार है कि अपने 14 वर्ष के वनवास के अंतिम वर्ष में प्रभु श्री राम माता सीता और लक्ष्मण के साथ पंचवटी में रहते थे। एक दिन भगवान श्री राम और लक्ष्मण जब शिकार करने गए। तब लंका के राजा रावण ने साधु वेश बनाकर सीता माता का अपहरण कर लिया। लंका से माता सीता को वापस लाने के लिए भगवान श्रीराम ने अपने भाई लक्ष्मण की मदद से वानरों की एक सेना बनाई।
इन वानरों की मदद से भगवान राम ने लंका तक समुद्री मार्ग का इस्तेमाल करके जल्द से जल्द लंका पहुंचने के लिए पत्थरों का एक पुल बनाया। यह पुल समुद्र की तलहटी में अभी भी मौजूद है। लंका पहुंचने के बाद भगवान राम और रावण के बीच घमासान युद्ध हुआ। लेकिन आखिरकार इस लड़ाई में भगवान राम की ही विजय हुई।
इस प्रकार रावण को मारने के बाद भगवान श्री राम जब अयोध्या पहुंचे तो उनके स्वागत में अयोध्या वासियों ने अपने घरों को दिनों से सजाया। इस प्रकार भारत में दिवाली का त्यौहार मनाए जाने का आरंभ हुआ ऐसा माना जाता है।
दिवाली कैसे मनाते हैं? (How do We Celebrate Diwali in Hindi?) :
दिवाली का त्यौहार कुल 5 दिनों तक चलता है। इसका पहला दिन अश्विन महीने की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी जिसे धनत्रयोदशी या धनतेरस कहा जाता है के साथ शुरू होता है। धनतेरस के दिन घर में बाजार से नई वस्तु खरीद कर लाने का प्रचलन है। यह दिन नई वस्तुओं की खरीदारी के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। भारत में धनतेरस के दिन बाजार में जो रौनक होती है वह देखते ही बनती है। धनतेरस के अगले दिन रूप चतुर्दशी आती है जिसे हम यम चतुर्दशी भी कहा जाता है।
इस दिन लोग जल्दी उठकर नहा धोकर सजते सवरते हैं। रूप चतुर्दशी की अगले दिन आती है दिवाली, लोग शाम ढलते ही अपने-अपने घरों को दिनों से सजाने लगते हैं। जो देखने में बहुत ही सुंदर और मनमोहक लगते हैं। अंधेरा होते होते हर गली हर सड़क से पटाखों की आवाज में आना शुरू हो जाती है। जो देर रात तक चलती है दिवाली पर घर में कई तरह की मिठाइयां और पकवान भी बनाए जाते हैं। और लोग अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों के साथ ही मिठाइयों और पकवानों का आदान प्रदान करते हैं।
हर वर्ग के लोग नए कपड़े पहनते हैं और एक दूसरे को दिवाली की शुभकामनाएं देते हैं दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा होती है। इस दिन अन्नकूट भी किया जाता है गोवर्धन पूजा के अगले दिन यानी कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की द्वितीया को भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों के लिए व्रत रखती हैं और भाई अपनी शादीशुदा बहनों के ससुराल जाकर भोजन ग्रहण करते हैं
दिवाली पर निबंध का उपसंहार (Diwali Essay in Hindi) :
इस प्रकार हम कह सकते हैं कि दिवाली का त्यौहार वास्तव में ही भारतीय संस्कृति में अपना एक विशिष्ट महत्व रखता है। दिवाली का त्यौहार लोगों के मन में यह भावना पैदा करता है कि बुराई चाहे कितनी ही प्रबल और शक्तिशाली क्यों ना हो जाए लेकिन जीत तो आखिर में अच्छाई की ही होती है।
लेकिन अच्छाई की राह पर चलना कोई आसान काम नहीं होता, इसके लिए धैर्य, ईमानदारी और सत्यनिष्ठा की आवश्यकता होती है। इस प्रकार हम भी अपने जीवन में ईमानदारी और सत्यनिष्ठा का पालन करके हर तरह की बुराई को खुद पर हावी होने से बचा सकते हैं। इस प्रकार हमारे जीवन से बुराई रूपी रावण को अच्छाई रूपी राम के द्वारा अवश्य ही हराया जा सकता है।
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